
जन्म लेने वाला नया जेब्रा नर है और जल्दी ही चिडि़याघर प्रबंधन उसका नामकरण भी करेगा। इंदौर चिडि़याघर में जेब्रा नहीं था। जू एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत पहले मुबंई के चिडि़याघर से इसे लाने की कवायद की गई थी, लेकिन फाइल आगे नहीं बढ़ पाई।
इंदौर चिडि़याघर में नया मेहमान आया है। अफ्रीकन जेब्रा ने नर बच्चे को जन्म दिया है। यह पहला मौका है जब प्रदेश की धरती पर अफ्रीकन जेब्रा ने किसी बच्चे को जन्म दिया हैै। नया मेहमान पूरी तरह स्वस्थ्य है। जन्म के कुछ घंटे बाद ही वह खुले पिंजरे में चहल-कदमी करने लगा। पर्यटक भी नए मेहमान को जल्दी ही देख सकेंगे।
जाम नगर प्राणी संग्रहालय से पांच महीने पहले इंदौर में अफ्रीकन जेब्रा का जोड़ा लाया गया था। बदले में सफेद टाइगर का जोड़ा जाम नगर भेजा गया था। इंदौर में जेब्रा के जोड़े को चिडि़याघर का माहौल खूब रास आया।
जन्म लेने वाला नया जेब्रा नर है और जल्दी ही चिडि़याघर प्रबंधन उसका नामकरण भी करेगा। इंदौर चिडि़याघर में जेब्रा नहीं था। जू एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत पहले मुबंई के चिडि़याघर से इसे लाने की कवायद की गई थी, लेकिन फाइल आगे नहीं बढ़ पाई। बाद में जाम नगर चिडि़याघर से जेब्रा को इंदौर पहुंचाने की सहमति बनी थी। इंदौर चिडि़याघर में 1200 से ज्यादा वन्य प्राणी है।
यहां टायगरों के लिए खुले पिंजरे बनाए गए है और उनका वातावरण भी जंगल जैसा है। इस माहौल के कारण एक साल में दस शावकों ने इंदौर चिडि़याघर में जन्म लिया है। चिडि़याघर में सांप घर और बर्ड हाऊस भी बना हुआ है। जिसे पर्यटक काफी पसंद करते है ।
पूरी तरह स्वस्थ्य है नया मेहमान
चिडि़याघर प्रभारी डाॅ. उत्तम यादव ने बताया कि नया मेहमान पूरी तरह स्वस्थ्य है। जन्म के बाद उसकी मां उसका पूरा ख्याल रख रही है। मध्य प्रदेश की धरती पर पहली बार अफ्रीकन बेबी जेब्रा ने जन्म लिया है और नया वातावरण उसके अनुकूल है।