
सायबर क्राइम भोपाल की लॉस्ट सेल फोन यूनिट ने 300 गुम हुए मोबाइल तलाश कर बरामद करने में सफलता प्राप्त की है। जिनकी कीमत 56 लाख रुपये है।
आज के समय में मोबाइल चोरी होने की घटना आम हो गई है। राजधानी भोपाल में हर दिन मोबाइल चोरी की शिकायत साइबर क्राइम या थानों में पहुंचती है। हालांकि बहुत कम मोबाइल गुम होने के बाद लोगों को मिलते हैं, लेकिन पुलिस लगातार प्रयासरत रहती है कि चोरी हुए मोबाइल बरामद हो जाएं। इसी कड़ी में भोपाल साइबर क्राइम ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए 300 मोबाइल चोरों से बरामद किए हैं। इनकी कीमत करीब 56 लाख रुपये बताई जा रही है। भोपाल क्राइम ब्रांच अब इन मोबाइलों को शिकायत के आधार पर लोगों को लौट रही है।
तकनीकी एनालिसिस के आधार पर की मोबाइलों की खोज
भोपाल कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र ने बताया कि भोपाल क्राइम ब्रांच की लॉस्ट सेलफोन यूनिट द्वारा मेहनत व लगन से लगातार किए गए कार्य के फलस्वरूप उत्तम परिणाम हासिल किए गए हैं। सायबर क्राइम भोपाल की लॉस्ट सेल फोन यूनिट द्वारा 300 गुम हुए मोबाइल तलाश कर बरामद करने में सफलता प्राप्त की है। इनकी अनुमानित कीमत 56 लाख रुपये है। लॉस्ट सेल फोन यूनिट द्वारा मध्यप्रदेश के जिलों जैसे रायसेन, विदिशा, राजगढ, सीहोर, नरसिंहपुर, सागर, होशंगाबाद, ग्वालियर, इन्दौर, भोपाल के अतिरिक्त देश के अलग-अलग राज्यों से जैसे छत्तीसगढ़, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, नई दिल्ली,महाराष्ट्र, बिहार आदि से तकनीकी एनालिसिस एवं अन्य संसाधनों के माध्यम से आवेदकों के गुम मोबाइल बरामद करने में सफलता प्राप्त की है।
मोबाइलों को खोजने के लिए बनाई गई है अलग यूनिट
शहर में मोबाइल फोन गुम होने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। जनसाधारण की सुविधा के लिए सायबर क्राइम भोपाल में लॉस्ट सेल फोन यूनिट संचालित की जा रही है, जिसके द्वारा नागरिकों के गुम हुए मोबाइल खोजकर लौटाने का कार्य किया जा रहा है। बरामद किए गए 300 गुम मोबाइल आवेदकों को लौटाए जाने का कार्य जारी है।
आठ साल से संचालित हो रही है यूनिट
नगरीय पुलिस जिला भोपाल द्वारा सायबर क्राइम भोपाल के कार्य के समानान्तर आम नागरिकों की सहूलियत एवं वर्तमान परिवेश में आम जनता के शरीर का अभिन्न अंग बन चुका मोबाइल ढूढने के लिए वर्ष 2013 से लॉस्ट सेल फोन यूनिट प्रारंभ की गई थी। नागरिकों की परेशानियों को मद्देनजर रखते हुए उनकी सहूलियत के लिए क्राइम ब्रांच भोपाल द्वारा 8 वर्ष पूर्व अनोखी पहल प्रारम्भ करते हुए नागरिकों के गुम हुए मोबाइल खोजकर लौटाने का प्रयास आरम्भ किया गया था। सायबर क्राइम, भोपाल के अन्तर्गत लॉस्ट सेलफोन यूनिट का गठन किया गया था। इसका मूल उद्देश्य बुजुर्ग, महिला, पुरुष एवं छात्र, छात्राओं को अपने गुम मोबाइल ढूंढने के लिए थाने न भटकना पड़े।