
मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने नया विमान खरीदने का फैसला किया है। इसके तहत बॉम्बार्डियर चैलेंजर 3500 खरीदने का निर्णय लिया गया है।
मध्य प्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार ने कनाडा की कंपनी बॉम्बार्डियर के चैलेंजर 3500 विमान को खरीदने का फैसला किया है। मध्य प्रदेश सरकार के पास 2021 से कोई विमान नहीं था। तब से ही नया विमान खरीदने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी, जो अब पूरी हो चुकी है। दो कंपनियों ने अपने प्रस्ताव दिए थे। इसमें से चैलेंजर 3500 का प्रस्ताव एल-1 कैटेगरी में चुना गया है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। मध्य प्रदेश सरकार ने कनाडा की कंपनी बॉम्बार्डियर इंक के चैलेंजर 3500 मॉडल को 233 करोड़ रुपये में खरीदने का फैसला किया है। दरअसल, छह मई 2021 को ग्वालियर मैं लैंडिंग के दौरान विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। कंपनी ने उस विमान को ‘बियॉन्ड रिपेयर’ करार दिया। यानी उसकी मरम्मत नहीं हो सकती थी। उसके बाद से राज्य सरकार के पास कोई विमान नहीं था और नया विमान खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। इस दौरान कनाडा की कंपनी की बोली सबसे कम रही। साथ ही निविदा शर्तों में जो आवश्यकताएं बताई गई हैं, उसे चैलेंजर 3500 पूरी करता है।
20 माह में आएगा नया विमान
नया चैलेंजर 3500 विमान 20 माह में मिलेगा। सरकार की आवश्यकता के अनुसार कंपनी इस विमान को आठ सीटर बना रही है। इसकी कीमत 233 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इसका मतलब यह है कि डॉ. मोहन यादव को अगले 20 माह किराये के विमान में ही उड़ान भरनी होगी।
चैलेंजर 3500 के बारे में
चैलेंजर 3500 अपनी श्रेणी में सबसे अधिक एडवांस तकनीक से बना है। इसमें इंडस्ट्री का पहला वॉयस-कंट्रोल्ड केबिन और नए जमाने की सीटें लगी हैं। चैलेंजर 3500 विमान स्थिरता, प्रदर्शन और विश्वसनीयता का बेहतरीन मिश्रण प्रदान करता है, जिसके सहारे आप किसी भी मौसम में लंबी उड़ान भर सकते हैं।
बेहतरीन केबिन अनुभव
चैलेंजर 3500 बेहतरीन केबिन अनुभव प्रदान करता है। इसे 2022 रेड डॉट के बेस्ट ऑफ बेस्ट प्रोडक्ट डिजाइन से भी पुरस्कृत किया जा चुका है। यह विमान के इंटरनेशनल लेवल पर बेहतरीन होने की पुष्टि करता है।
4,850 फीट से 41 हजार फीट तक जमीन का अहसास
इस विमान की खासियत यह है कि 4,850 की कम से कम ऊंचाई और 41 हजार फीट की अधिकतम ऊंचाई पर भी यह जमीन पर होने का अहसास देता है। एयर सर्कुलेशन की तकनीक ऐसी है कि सिर्फ दो मिनट में यह ताजा हवा से केबिन को भर देता है। इससे यात्रियों के लिए ताजगी भरा अहसास बना रहता है। इसके बाद भी केबिन में कोई शोर सुनाई नहीं देगा। इसे इस सेग्मेंट में उपलब्ध सभी विमानों में सबसे स्मार्ट केबिन कहा गया है, जहां वायरलेस चार्जिंग से लेकर अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी।