
सतना में पर्यटन क्षेत्र की लगातार अनदेखी जारी है। इनके प्रमोशन और बेहतरी के लिए गठित की गई जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद की लापरवाही पर कोई लगाम नहीं लग रही है।
भारत सरकार द्वारा पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने व पर्यटकों को आकर्षित करने टूरिज्म एसेट्स बैंक तैयार करवाया जा रहा है। सतना जिला अभी तक इसे तैयार नहीं कर सका है। जिले में पर्यटन क्षेत्र की लगातार अनदेखी जारी है। इनके प्रमोशन और बेहतरी के लिए गठित की गई जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद (डीएटीसीसी) की लापरवाही पर कोई लगाम नहीं लग रही है। यही वजह है कि भारत सरकार द्वारा पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए टूरिज्म एसेट्स बैंक तैयार कर इसकी सूची चाही गई थी, लेकिन आज तक यह सूची तैयार नहीं हो सकी है। भारत सरकार 21 से 31 जुलाई तक वर्ल्ड हैरिटेज कमेटी की बैठक आयोजित करने जा रही है। पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित इस बैठक में राज्यों की सांस्कृतिक, अमूर्त मूर्त विरासत, कला शिल्प, त्योहार, प्रमुख पर्यटक आकर्षण, पर्यटकों की रुचि वाली सामग्री (आर्ट एण्ड क्राफ्ट) को विकसित करने सहित पर्यटन स्थलों से संबंधित कहानियों पर चर्चा सहित इन गतिविधियों के प्रचार-प्रसार के लिए टूरिज्म एसेट्स बैंक तैयार करने के निर्देश दिए गए थे। इसके आधार पर पर्यटकों को आकर्षित करने का प्लान तैयार किया जाएगा। इसे लेकर पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने सभी जिलों से टूरिज्म एसेट्स बैंक की जानकारी तैयार कर भेजने कहा था।
17 श्रेणियों में तैयार होना था बैंक
प्रमुख सचिव द्वारा जिले को भेजे गए प्रारूप के आधार पर सतना जिले का 17 श्रेणियों में टूरिज्म एसेट्स बैंक तैयार किया जाना था। इसके साथ ही यह सूची राज्य शासन को भेजनी थी। इसका जिम्मा डीएटीसीसी को था। यह मामला संज्ञान में नहीं है। डीएटीसीसी से इस संबंध में जानकारी लेकर शीघ्र सूची तैयार कर भिजवाई जाएगी।