
दमोह में खनिज विभाग के दफ्तर में एक सांप घुस आया। फाइल हटाते ही फुंफकारकर बाहर निकला और टेबल पर फन फैलाकर बैठ गया। जैसे-तैसे सपेरे को बुलाकर उसे पकड़ा गया।
दमोह के शासकीय कार्यालयों में इस समय सांपों ने अपना बसेरा बना लिया है। पहले एसडीएम कार्यालय में नागिन घुस गई थी और अब खनिज विभाग में नाग घुस आया जो फाइलों के बीच जाकर बैठ गया। कर्मचारी तो देखते ही दहशत में भाग निकले। सपेरे को बुलाकर उसे पकड़वाया गया।
जानकारी के अनुसार कलेक्ट्रेट कार्यालय के पीछे स्थित खनिज विभाग कार्यालय में दोपहर के समय हड़कंप मच गया। एक टेबल पर फाइलों के बीच एक काला सांप दिखाई दिया। बताया गया है कि कम्प्यूटर ऑपरेटर पंकज सोनी कार्यालय में काम कर रहे थे। इसी बीच एक टेबल पर जब फाइल हटाई तो उसमें से काला सांप बाहर निकल आया ओर टेबल पर ही फन फैलाकर बैठ गया। इसके बाद हड़कम्प मचा और कर्मचारी कार्यालय से बाहर भाग गए। सपेरे को बुलाकर सांप को रेस्क्यू किया गया। इसके बाद कर्मचारियों ने राहत की सांस ली।
एसडीएम कार्यालय में घुसी नागिन
मंगलवार सुबह तेंदूखेड़ा एसडीएम कार्यालय के कर्मचारी ने कार्यालय का गेट खोला तो उसकी नजर दीवार से सटकर बैठी नागिन पर पड़ी। उसे वहां देख मौजूद अन्य कर्मचारी भी दहशत में आ गए। सभी अधिकारी-कर्मचारी एसडीएम का चैम्बर छोड़कर बाहर निकल आए। तत्काल सर्प विशेषज्ञ अरविंद सेन को बुलाया गया। कुछ ही देर में सर्प विशेषज्ञ ने कार्यालय से नागिन को पकड़कर बम्हौरी के जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया। अरविंद ने बताया यह नागिन बहुत जहरीली होती है। यदि किसी को यह डस ले तो समय पर इलाज न मिलने से मौत भी हो सकती है। एसडीएम कार्यलय के पहले कमरे में कोर्ट है। उसके पीछे के कमरे में एसडीएम अविनाश रावत बैठते हैं। नागिन को लिपिक ने देखा तो वह किसी कार्य के लिए उस कक्ष में गए थे। एसडीएम कोर्ट में बैठे थे।