
दमोह में बुजुर्ग दंपती की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। बारिश से बचने के लिए दोनों पेड़ के नीचे खड़े थे। इस दौरान बिजली गिरी और उनकी मौत हो गई। एक अन्य युवक गंभीर घायल हो गया।
गरज-चमक के साथ बारिश हो रही तो पेड़ के नीचे खड़ा होना नहीं चाहिए। यह जानलेवा साबित हो सकता है। दमोह में ऐसी ही एक घटना हुई है, बारिश से बचने के लिए महुआ के पेड़ के नीचे खड़े बुजुर्ग दंपती आकाशीय बिजली के शिकार हो गए। एक अन्य युवक गंभीर रूप से घायल है।
मामला दमोह जिले के नोहटा थाना क्षेत्र के हरदुआ-मानगढ़ गांव का है। खेत से लौट रहे बुजुर्ग दंपती पर आकाशीय बिजली गिरी और उनकी मौत हो गई। बारिश से बचने के लिए यह लोग महुआ के पेड़ के नीचे खड़े थे। उसी दौरान तेज गरज-चमक के साथ बारिश होने लगी। पहाड़ी पिता लल्लू आदिवासी, 56 वर्ष, और उनकी पत्नी प्रेम रानी, 50 वर्ष, और टिक्कू आदिवासी, 28 वर्ष, पर गुरुवार शाम आकाशीय बिजली गिरने से उसकी चपेट में आ गए। उन्हें गंभीर हालत में इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। पहाड़ी आदिवासी को डॉक्टर ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। उनकी पत्नी प्रेम रानी की इलाज के दौरान मौत हो गई। टिक्कू आदिवासी का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। शुक्रवार सुबह पति-पत्नी के शव का पंचनामा, पोस्टमार्टम के लिए बनवार चौकी प्रभारी मनीष यादव पहुंचे और शव परिजनों को सौंप दिए। दंपती की मौत होने से गांव में सन्नाटा पसरा है। परिजनों में मातम छाया है।
एडवायजरी जारी कर रहा है प्रशासन
बारिश के मौसम में आकाशीय बिजली गिरने के संभावित खतरे से बचाव और सतर्कता के लिए शासन-प्रशासन की ओर से निरंतर एडवाइजरी जारी की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग आकाशीय बिजली गिरने के संभावित खतरे से सतर्क नहीं हैं। बारिश के साथ तेज गरज-चमक के खराब मौसम में पेड़ों के नीचे खड़े होने से आकाशीय बिजली गिरने का खतरा बढ़ जाता है। इस तरह की घटनाओं के लोग शिकार हो रहे हैं।
आकाशीय बिजली से बचने के लिए, इन बातों का ध्यान रखें:
- अगर आप बाहर हैं और बारिश शुरू हो जाए, तो तुरंत किसी सुरक्षित जगह पर जाएं।
- खुली छत पर जाने से बचें।
- अगर आप किसी पेड़ के नीचे हैं, तो तुरंत पेड़ से दूर जाएं।
- अगर आप पानी में हैं, तो तुरंत बाहर निकलें।
- अगर आप गाड़ी चला रहे हैं और आपकी गाड़ी की छत मज़बूत है, तभी खराब मौसम में बाहर निकलें।
- बिजली कड़कड़ाने के समय किसी भी धातु से बनी वस्तु के आसपास खड़े न हों।
- तारों के आस-पास न रहें।
- खराब मौसम में ज़मीन के सीधे संपर्क से बचें और खाट या फिर बेड्स पर रहें।
- अगर आप घर के अंदर हैं और बादलों की गड़गड़ाहट सुनाई देती है, तो तुरंत सभी इलेक्ट्रिक और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग निकाल दें।
- रबर की स्लीपर या प्लास्टिक की चप्पल पहनें।
- धातु से बने पाइप, नल, फ़व्वारा, वाश बेसिन आदि के संपर्क से दूर रहें।
- अगर बिजली चमक रही है और आपके सिर के बाल खड़े हो जाएं और त्वचा में झुनझुनी होने लगे, तो तुरंत नीचे झुककर कान बंद कर लें।
- बिजली का झटका लगने पर, जरूरत के मुताबिक व्यक्ति को सीपीआर यानी कृत्रिम सांस देनी चाहिए। तुरंत प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था करनी चाहिए।