
बचपन से चलने में असमर्थ उमीद खो चुके राजधानी भोपाल के अखिल को उम्मीद की एक नई किरण जागी हैं। सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने अखिल को कृतिम पैर लागने और पढ़ाई फ्री कराने की घोषणां की है।
राजधानी भोपाल निशातपुरा क्षेत्र में रहने वाले 16 साल के अखिल बचपन से चलने में असमर्थ है जिसे लेकर उनके परिवार वाले उम्मीद खो चुके थे कि अब वह कभी चल नहीं पाएंगे, लेकिन मध्य प्रदेश शासन के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने उनके जीवन में उम्मीद की एक नई किरण डाली है। मंत्री सारंग मिलने पहुंचे अखिल और उनकी माता रेखा कुशवाहा ने अमर उजाला से बात करते हुए बताया कि अखिल के पिता की 2021 में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था और अखिल को जन्म से ही एक पैर नहीं है, जिससे वे दूसरे बच्चों की तरह चल नहीं पाता है। किसी ने बताया मंत्री विश्वास सारंग जी से मिल लीजिए शायद कुछ मदद हो जाए। यही उम्मीद लगाकर आज मंत्री जी से मिलने आए थे मंत्री जी ने भरोसा दिलाया है कि अखिल के पैर लगाया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को तुरंत फोन लगा कर पैर लगाने के निर्देश भी दे दिए हैं। साथ ही अखिल की पढ़ाई की भी जिम्मेदारी संभाल ली है। स्कूल में फोन कर बोल दिया है कि अखिल की फीस माफ कर दी जाए।
मंत्री सारंग बोले- दूसरे बच्चों की तरह चलेगा अखिलखेल युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने अमर उजाला से बात करते हुए बताया कि एक बच्च आज मिलने आया था जिसका एक पैर बचपन नहीं है। दुख की बात यह है कि बच्चे के पिता का देहांत हो चुका है। सारंग ने बताया कि बच्चे के पैर लगाया जाएगा और उसकी पढ़ाई भी फ्री कराई जाएगी। इस तरह के बच्चों की मदद के लिए शिविर लगाए जाएंगे, पहले भी इस तरह की शिविरों का जा किया जा चुका है।
जन्म से दिव्यांग अखिल को मिला विश्वास का सहारासहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने गुरूवार को भोपाल की करारिया फार्म निवासी दिव्यांग अखिल कुश्वाह को कृत्रिम पैर लगाने, स्कूल की फीस माफ करने के साथ ही परिवार को आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। दरअसल मंत्री सारंग के निवास पर हर दिन जनदर्शन होता है। जिसमें भोपाल सहित पूरे प्रदेश के कई जिलों से नागरिक अपनी समस्या लेकर आते हैं। इसी दौरान करारिया फार्म निवासी रेखा कुश्वाह अपनी समस्या लेकर पहुंची थी। उन्होंने बताया कि उनके पुत्र अखिल का जन्म से एक पैर नहीं है। जिसके कारण वो चलने में असमर्थ है। उनके पति की हृदयघात से मृत्यु होने जाने के कारण परिवार की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है। जिस पर मंत्री सारंग ने तत्काल संबंधित अधिकारियों को फोन कर दिव्यांग को कृत्रिम पैर, स्कूल की फीस माफ करने के साथ ही महिला को संबल कार्ड व आर्थिक सहायता उपल्बध करवाने के निर्देश दिये।