
मध्यप्रदेश के विदिशा जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रचार-प्रसार के लिए कलेक्टर कार्यालय परिसर में लगे होर्डिंग्स पर ठेकेदार ने कालिख पोतकर पैसा न मिलने की बात लिखी है। इससे अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के संसदीय क्षेत्र विदिशा जिले में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है। कलेक्टर कार्यालय परिसर में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रचार के लिए लगाए गए होर्डिंग पर किसी ने कालिख पोत दी, जिससे अधिकारियों में हड़कंप मच गया। अधिकारी तुरंत कालिख पोतने वाले की तलाश और होर्डिंग को साफ करने की कोशिश में जुट गए।
यह घटना जिला मुख्यालय के कलेक्ट्रेट परिसर की है। बताया जा रहा है कि पूरे मध्यप्रदेश में होर्डिंग्स लगाने की जिम्मेदारी एक कंपनी को दी गई थी, जिसने विदिशा में यह काम एक ठेकेदार के हवाले किया था। ठेकेदार का भुगतान लंबित था, जिससे नाराज होकर उसने कलेक्ट्रेट में लगे होर्डिंग्स पर कालिख पोत दी।
घटना की सूचना मिलते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया और वे तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। कंपनी के अधिकारी और नाराज वेंडर को मौके पर बुलाया गया। जांच में पाया गया कि पूरे मध्यप्रदेश में होर्डिंग्स लगाने का ठेका लेने वाली एसबीआई इंश्योरेंस कंपनी ने खेमराज पटेल नामक वेंडर को आठ लाख रुपये का भुगतान नहीं किया था। अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए पटेल ने होर्डिंग्स पर कालिख पोत दी।
कंपनी का दावा- हो गया है भुगतान
कंपनी के अधिकारी का कहना है कि भुगतान कर दिया गया है, लेकिन वे इसके सटीक विवरण देने में असमर्थ रहे। तहसीलदार अमित ठाकुर ने कहा कि संबंधित व्यक्ति ने अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए किया गया यह कृत्य अपराध की श्रेणी में आता है। इस घटना की जांच के बाद संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।इस घटना ने प्रशासनिक हलकों में खलबली मचा दी है और संबंधित ठेकेदार की नाराजगी का यह तरीका कानूनी उलझनों का कारण बन सकता है। मामले की जांच जारी है और इसके परिणामस्वरूप आगे की कार्रवाई की जाएगी।