
छिंदवाड़ा जिले में डेंगू, मलेरिया, वायरल के साथ साथ अब डायरिया भी विकराल रूप लेता नजर आ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार डायरिया का प्रकोप बढ़ते जा रहा है। हालात यह हो गए है ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर में डायरिया के मरीज मिल रहे है।
जिले में डेंगू, मलेरिया वायरल का कहर देखने को मिल रहा है। विभाग की इसी लापरवाही के चलते रामपुर तानसी के भाटा ग्राम निवासी एक युवक की मौत हो गई। ग्रामीणों ने इसकी जानकारी भी स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दी, लेकिन मामले के 6 दिन बाद भी विभागीय कोई टीम गांव में नही पहुंची है। वर्तमान समय पर गांव में अभी भी आधा दर्जन से अधिक मरीज डायरिया पीड़ित बताए जा रहे है, लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं है।
ग्रामीणों से मिली जानकारी अनुसार ग्राम भाटा निवासी संजू दर्शमा का स्वास्थ्य पिछले दिनों खराब हो गया था। उसे उल्टी दस्त हो रहे थे। इस वजह से उसे स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती करवाया गया था। लेकिन उसे सही उपचार नहीं मिल पाया। इस वजह से उसका स्वास्थ्य ओर खराब हो गया। 8 अगस्त को उसकी मौत हो गई।
डॉ देवेंद्र भालेकर, जिला मलेरिया अधिकारी, का कहना है कि जानकारी मिलते ही विभागीय टीम मौके पर पहुंच रही है। जहां गांव, वार्ड का सर्वे कर जानकरी एकत्रित की जा रही है। वही जिन जिन क्षेत्रों में डेंगू के मरीज मिल रहे है। वहां दवा का छिड़काव किया जा रहा है वहीं घरों पर कर्मचारियों द्वारा लार्वा की जांच कर डेंगू लार्वा को नष्ट किया जा रहा है।