
दमोह जिले के बटियागढ़ ब्लॉक में आने वाले लिधौरा स्कूल के शिक्षक माधव पटेल को राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। मध्य प्रदेश में केवल दो शिक्षकों को यह सम्मान मिलने जा रहा है, जिसमें से एक मंदसौर की महिला शिक्षक है और दूसरे दमोह के माधव पटेल हैं। माधव पटेल को 2020 में मध्य प्रदेश शिक्षक सम्मान भी मिल चुका है। उन्हें राष्ट्रपति सम्मान पुरस्कार कैसे मिला इसके बारे में माधव पटेल ने क्या बताया आप भी जान लीजिए।
शिक्षक माधव पटेल ने बताया कि उन्होंने सरकारी वेबसाइट पर राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए आवेदन किया था। जिले भर से तीन तीन शिक्षकों के नाम की सूची मध्य प्रदेश के 55 जिलों से प्रदेश मुख्यालय पर पहुंची थी और वहां से कुल 6 शिक्षकों का चयन हुआ था। जिनकी सूची दिल्ली भेजी गई थी। दिल्ली से चयन समिति के अधिकारियों ने उनसे पूछा कि उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार क्यों मिलना चाहिए। उन्होंने ऐसा क्या किया है? इस पर माधव पटेल ने बताया कि उन्होंने अपने स्कूल में छात्रों की उपस्थिति बहुत कम थी इसके लिए उन्होंने लगातार प्रयास किया। अभिभावकों से बात की और बच्चों को प्रेरित किया। स्थानीय भाषा का उपयोग किया ताकि बच्चों को पढ़ाई में हर चीज समझ में आए। इसके साथ ही स्कूल में सबसे अधिक उपस्थित रहने वाले छात्र के माता-पिता को स्कूल बुलाकर सम्मानित किया, जिससे स्कूल के दूसरे बच्चों में भी स्कूल आने की लालच पैदा हो गई और अभिभावकों ने भी अपने बच्चों को स्कूल भेजना शुरू कर दिया। यह क्रम हमारे स्कूल में अभी भी जारी है। जो बच्चा सबसे अधिक स्कूल में पहुंचता है उसके माता-पिता को सम्मानित किया जाता है और उसे प्रेयर करने की सुविधा दी जाती है। सभी बच्चे यह चाहते हैं कि वह प्रेयर कराएं, इसलिए सभी बच्चे नियमित रूप से स्कूल आ रहे हैं।