
अस्पताल के सीसीटीवी कैमरों में महिला बच्ची के साथ बाहर जाती दिखी थी।
दमोह जिला अस्पताल के महिला शिशु वार्ड से चार दिन की बच्ची चोरी करने वाली महिला गिरफ्तार कर ली गई है। बच्ची को परिजन को गिरफ्तार कर ली गई है। बच्ची को परिजन को सौंप दिया गया है। आरोपी महिला से पुलिस पूछताछ में जुटी है।
नवजात बच्ची को गुरुवार की शाम करीब 4 बजे महिला चुराकर ले गई थी। पुलिस को जांच के दौरान 15 सेकंड का सीसीटीवी फुटेज मिला। इसमें महिला बच्ची को कंधे पर थामे अस्पताल से बाहर निकलती दिखी थी। पुलिस ने रात करीब 12 बजे महिला को गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल, पथरिया के उमराव गांव की रहने वाली वर्षा आदिवासी 26 अगस्त को प्रसव पीड़ा के बाद जिला अस्पताल में भर्ती हुई थी। उसके साथ पति रूद्र सिंह और ननद सविता भी थे। यहां उसने बेटी को जन्म दिया। गुरुवार दोपहर वह वार्ड में अपने पलंग पर बेटी के साथ सो रही थी। कुछ देर के लिए उसकी आंख लग गई। जब वह जागी तो बेटी पलंग पर नहीं थी।
काली साड़ी वाली महिला कर रही थी पूछताछ वर्षा ने पुलिस को बताया था कि गुरुवार दोपहर करीब 3 बजे मेरे पलंग के पास काले रंग की साड़ी पहने एक महिला बैठी हुई थी। वह बच्ची के बारे में जानकारी ले रही थी। मैंने सोचा कि आसपास किसी मरीज की परिचित होगी,इसलिए मैं उससे बात करती रही।पति सामने एक खाली पड़े पलंग पर सो रहे थे। ननद बाहर बरामदे में मोबाइल पर बात कर रही थी। महिला से बात करते-करते मेरी आंख लग गई। कुछ देर बाद जब पति ने देखा तो बेटी गायब थी। मां ने देखे सीसीटीवी फुटेज
अस्पताल प्रबंधन तक मामले की जानकारी पहुंची तो कोतवाली पुलिस को सूचना दी गई। वर्षा को जिला अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे वाले रूम में बिठाया गया। उसे फुटेज दिखाए गए, ताकि बच्चा चोरी करने वाली महिला को पहचाना जा सके। उसके साथ में ननद सविता भी मौजूद रही।
अस्पताल के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों में शाम 4:20 बजे महिला बच्ची को लिए मेन गेट से बाहर निकलते दिखाई दी। पुलिस ने 150 सीसीटीवी कैमरे खंगाले
एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी ने बताया कि नवजात को दमोह के जटाशंकर कॉलोनी में रहने वाली लक्ष्मी सेन ने चोरी किया था। महिला को खोजने के लिए पुलिस ने शहर के करीब 150 सीसीटीवी कैमरे खंगाले, तब जाकर महिला का सुराग लगा।
एसपी ने कहा कि आरोपी महिला को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।