
टीकमगढ़ – डिजीटल युग में भले ही लोग विज्ञान की बातें करें लेकिन बुंदेलखंड में आज भी अंधविश्वास के चलते कई लोग अपनी जान गंवा देते हैं। ऐसा ही एक मामला सोमवार की सुबह सागर जिले के गांव खटोरा से सामने आया है, जहां महिला को रात में सोते समय सर्प ने काट लिया। इसके बाद महिला के परिजन उसे जिले के सुप्रसिद्ध बगाज माता मंदिर ले गए। लोगों की मान्यता है कि देवीजी की परिक्रमा करने से सर्प का जहर दूर हो जाता है। उन्होंने बताया कि परिक्रमा करने के बाद रात्रि में वह ठीक हो गई थी। इसके बाद उसे फिर से गांव ले गए लेकिन सुबह 4 बजे के आसपास फिर उसकी हालत बिगड़ी तो उसे फिर बगाज माता मंदिर ले गए, वहां पर झाड़-फूंक और देवी की परिक्रमा कराई लेकिन कोई आराम नहीं मिला। महिला की हालत में लगातार गिरावट हो रही थी जिसके चलते सोमवार की सुबह उसे टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जिला चिकित्सालय में स्थित पुलिस चौकी प्रभारी ने जानकारी देते हुए बताया कि अस्पताल प्रबंधन से सूचना मिलने के बाद पंचनामा की कार्रवाई की गई है और लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम होने के बाद लाश परिजनों के सुपुर्द कर दी जाएगी।
अंधविश्वास में जकड़ा है बुंदेलखंड
टीकमगढ़ जिले के समाजसेवी मनोज चौबे कहते हैं कि बुंदेलखंड में अभी भी लोग परंपराओं के आधार पर अपना जीवन-यापन करते हैं। उन्होंने बताया कि ऐसे सैकड़ों मामले हैं, जिसमें लोग अस्पताल की जगह सर्प दंश से पीड़ित लोगों को या तो तांत्रिक के पास ले जाते हैं या फिर किसी मंदिर में जाकर के उसका इलाज करते हैं और अंत में उन्हें मौत मिलती है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का दायित्व बनता है कि लोगों में जागरूकता लाने के लिए वह ग्रामीण अंचलों में कैंप लगाए जाएं।