
सागर के महाराजपुर थाना क्षेत्र के हरदुली के जंगल में युवक की हत्या कर शव तालाब में फेंकने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बकरी चोरी करने के शक में आरोपियों ने युवक की हत्या की थी। वहीं वारदात करने के बाद मृतक की पहचान छिपाने के लिए सिर और हाथ-पैर के पंजे काट दिए थे। मामले में पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की। पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल लिया है।
पुलिस के अनुसार 2 सितंबर को ग्राम हरदुली के जंगल किनारे बने तालाब में क्षत-विक्षत अवस्था में युवक का शव मिला था। शव करीब दस दिन पुराना था। शव का सिर, हाथ-पैर गायब थे। सूचना पर शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमॉर्टम कराया गया।
पोस्टमॉर्टम के दौरान ही पीएम हाउस के बाहर ग्राम समनापुर आफतंगज के कुचबंदिया समाज के लोग भी जमा हुए थे। उन्होंने मृतक की पहचान अर्जुन कुचबंदिया के रूप में होने की संभावना जताई थी। लेकिन वह कुछ पुख्ता प्रमाण नहीं दे पाए थे। अर्जुन 23 अगस्त से लापता था। जिसकी शिकायत थाने में की गई थी।
शव की पहचान के लिए डीएनए सैंपल जांच के लिए
भेजे वारदात सामने आते ही मुखबिर तंत्र सक्रिय किया गया। मर्ग कायम कर शव की पहचान के लिए डीएनए सैंपल जांच के लिए भेजे गए। अर्जुन के परिवार वालों से पूछताछ की गई। जिसमें सामने आया कि मृतक अर्जुन कुचबंदिया अपने साथियों के साथ अक्सर जंगल में घूमता था। 23 अगस्त को अर्जुन कुचबंदिया अपने जीजा अंकल कुचबंदिया के साथ हरदुली से जंगल की तरफ जा रहा था। तभी उस पर कोमल गौंड की नजर पड़ी।
बकरी चुराने की शंका पर पीटा कोमल ने सोचा कि वह लोग बकरी चुराने आए हैं। बकरी चुराने की शंका होने पर कोमल लाठी लेकर अर्जुन के पीछे गया। कोमल ने अर्जुन को हरदुली के जंगल में पकड़ लिया। लाठी से मारपीट करने लगा। तभी वहां पर मौजूद अपने साथी जियालाल कोल, गोलू कोल, मुन्ना कोल को भी बुला लिया। उनसे कहने लगा कि यह आज फिर बकरी चुराने आया है। जिस पर वह लोग अंकल कुचबंदिया को मारने दौड़े। अंकल वहां से जान बचाकर भाग गया। बाद में यह लोग अर्जुन को मारते रहते। जिससे वह बेहोश हो गया। थोड़ी देर बाद अर्जुन की मौत हो गई।
दो दिन तक जंगल में पड़ा रहा शव
वारदात के बाद आरोपी मौके से भाग गए। जिसके बाद पुलिस से पकड़े जाने के डर से आरोपी दो दिन बाद जंगल में पहुंचे। रात के समय मृतक अर्जुन के शव को उठाकर जंगल में बने तालाब पर ले गए। जहां मृतक की पहचान छुपाने के लिए आरोपियों ने शव की गर्दन, हाथ और पैरों के पंजे काट लिए।
सर, हाथ और पैर को बोरी में भरकर दूसरे तालाब में
फेंका शव को पत्थर बांधकर तालाब में फेंक दिया। काटे गए सर, हाथ और पैर को बोरी में भरकर जंगल में बने दूसरे तालाब में फेंक दिया। लेकिन इसी बीच शव पानी में फूलने के कारण ऊपर आ गया। शव मिलने पर पुलिस ने पंचनामा बनाकर पोस्टमॉर्टम कराया। आरोपियों की गिरफ्तारी की।
महाराजपुर थाना प्रभारी मीनेष भदौरिया ने बताया कि हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में आरोपी ने हत्या की वारदात करना स्वीकार किया है। आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उन्हें कोर्ट ने जेल भेज दिया है।