
कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर के निर्देश पर बारिश को देखते हुए स्कूल, कॉलेज और आंगनवाड़ी एक दिन के लिए बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं।
दमोह जिले में 10 दिन के बाद भारी बारिश देखने मिल रही है। लेकिन, 12 घंटे से हो रही जोरदार बारिश के चलते जनजीवन बुरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। नदी नाले उफान पर आ गए हैं। स्थिति यह की जिले के कई मुख्य मार्ग का संपर्क टूट चुका है और लोगों के घरों में पानी भर गया है। भारी बारिश को देखते हुए कलेक्टर ने स्कूल, कॉलेज और आंगनबाड़ी बंद करने के निर्देश दिए हैं और लोगों से सावधानी रखने के लिए कहा गया है। सबसे अधिक बारिश का प्रभाव हटा में देखने मिल रहा है। जहां, सुनार नदी उफान पर होने से नगरी क्षेत्र में पानी आ गया है। वहीं, बटियागढ़ की जूडी नदी सहित तेंदूखेड़ा, तेजगढ़ के भी नदी-नाले उफान पर चल रहे हैं।
जिले में मंगलवार शाम पांच बजे से बारिश का दौर शुरू हुआ था और करीब 4 घंटे लगातार बारिश होने के बाद कुछ समय के लिए बरसात थम गई थी। जिससे ऐसा लग रहा था कि बारिश रुक-रुक कर होती रहेगी, लेकिन पूरी रात एक सी रफ्तार से बारिश होती रही जिससे पूरे जिले में जनजीवन प्रभावित होने लगा। हटा की सुनार नदी उफान पर आने के चलते खचना नाका में चारों ओर पानी का इतना तेज बहाव था कि जैसे नदी रहवासी इलाके से होकर बह रही हो। बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन ने पुलिस और हटा एसडीएम से संपर्क कर लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजने के लिए कहा।
इसके अलावा बटियागढ़ से बहने वाली जुड़ी नदी भी उफान पर आ गई और नदी के आसपास रहने वाले लोगों के घरों में पानी भर गया। दमोह शहर में सुभाष कॉलोनी में एक बार फिर जल भराव के हालात देखे गए। लोगों के घरों के अंदर दो से तीन फीट तक पानी भरा हुआ है और घर के अंदर रखी सामग्री पानी में गीली हो चुकी है। कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर के निर्देश पर बारिश को देखते हुए स्कूल, कॉलेज और आंगनवाड़ी एक दिन के लिए बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं।
आज बुधवार सुबह 8 बजे तक लगातार बारिश होती रही। भारी बारिश के चलते कच्चे मकान गिरने की कगार पर पहुंच रहे हैं। नदी किनारे बने मकान के भी धराशाई होने की आशंका बनी हुई है। जिला प्रशासन ने एसडीआरएफ टीम को भी एक्टिव रहने के निर्देश दिए हैं ताकि कहीं भी कोई अप्रिय घटना की जानकारी लगती है तो टीम तत्काल मौके पर पहुंच जाए।