
तेंदूखेड़ा टीआई विजय अहिरवार बताया बच्चे की मौत पर परिजनों ने एएनएम पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। पंचनामा कार्रवई के बाद पोस्टमार्टम कराया गया है, मामले की जांच की जा रही है।
दमोह जिले के तेंदूखेड़ा ब्लाक अंतर्गत आने वाले झलोन गांव में रहने वाले डेढ़ महीने के मासूम की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों ने एएनएम पर गलत तरीके से टीका लगाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद मर्ग कायम कर मामले को विवेचना में लिया है।
जानकारी के अनुसार रमेश आदिवासी शनिवार सुबह परिजनों के साथ मासूम बच्चे को लेकर तेंदूखेड़ा समुदायक स्वास्थय केंद्र पहुंचा था। जहां डाक्टर ने जांच के बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया। परिजनों का कहना था टीका लगाने के बाद ही बच्चे की तबियत बिगड़ी है। रमेश ने बताया बच्चे की मां बेटे हर्ष को टीका लगवाने शुक्रवार को उपस्वस्थ केंद्र गई थी। जहां, एएनएम ने दो टीके लगाए उसके बाद मां बच्चे को घर लेकर आ गई। शाम से उसकी तबियत बिगड़ी और रात में बच्चा सोया गया, लेकिन, शनिवार सुबह नहीं उठा। कोई आहट नही हुई तो हम उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
उपस्वस्थ केंद्र हो गया था बंद
मृत बच्चे की मां ने बताया कि शुक्रवार को जब टीका लगवाने बच्चे को लेकर गये थे तो और भी बच्चों को वहा टीका लग रहा था। सभी को एक एक टीका लगा था, मेरे बच्चे को दो टिके लगाए गए थे। शाम से बच्चे की तबियत बिगड़ी, उसे बुखार आ गया। तब उपस्वस्थ केंद्र जाने लगे, लेकिन वह बंद हो गया था। उसके बाद बच्चा चुप हो गया। हमें लगा बच्चा सो गया है, लेकिन सुबह तक जब नहीं उठा तो देखा बच्चे की मौत हो गई थी। एएनएम ने गलत तरीके से टीका लगाया है, जिसके कारण बच्चे की मौत हुई है। वहीं, मृत बच्चे के पिता ने बताया कि शादी के चार वर्ष बाद तो उनके घर बच्चा हुआ था।
ये बोली एाएनएम
एएनएम मंजू पटेल ने कहा कि मैंने बच्चे हर्ष के अलावा अन्य बच्चों को भी बैक्सीन लगाई थी। हर्ष को तीन टीका लगाए थे और दो बैक्सीन की दवा पिलाई थी। बच्चा पूरी तरह स्वस्थ था। फिर बच्चे की मौत कैसे हुई में भी हैरान हूं और स्वास्थय बिगड़ने पर मुझे परिवार के लोगों द्वारा कोई सूचना भी नहीं दी गई। तेंदूखेड़ा टीआई विजय अहिरवार बताया बच्चे की मौत पर परिजनों ने एएनएम पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। पंचनामा कार्रवई के बाद पोस्टमार्टम कराया गया है, मामले की जांच की जा रही है।