
पशुपतिनाथ दर्शन के लिए गए कई श्रद्धालु नेपाल में हो रही तेज बारिश के कारण फंसे हुए है। जिसमें डिंडौरी सहित रीवा और जबलपुर के लोग भी शामिल है। जबलपुर वेटरनरी कॉलेज में पदस्थ सहायक प्राध्यापक डाक्टर राकेश बरहैया भी अपने परिवार के साथ काठमांडू गए थे, जो कि तेज बारिश में फंस गए है। डाक्टर ने राज्य सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
इधर जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना का कहना है कि जबलपुर के 6 लोगों सहित कुल 21 लोग अभी भी फंसे हुए है, हालांकि सभी सुरक्षित है। जबलपुर जिला प्रशासन ने एक हेल्पलाइन नंबर 07612623925 जारी किया है। इसके अलावा नोडल अधिकारी संयुक्त कलेक्टर अनुराग सिंह के मोबाइल नंबर 9713813496 पर भी प्रभावित परिवार जन आवश्यक सहायता के लिए संपर्क कर सकते है।
जबलपुर कलेक्टर के मुताबिक डिंडोरी जिले से सूचना मिली थी कि रीवा और जबलपुर के कुछ लोग नेपाल में फंसे हुए है। जबलपुर के डॉक्टर राकेश बरहैया, सोनिया बरहैया, लवकेश बरहैया, वानी बरहैया, किरण बरहैया, और गोपेन्द्र बरहैया तेज बारिश के कारण उफान में आई नदी में फंस गए है। नेपाल में फंसे एमपी के परिवारों ने अपना एक वीडियो जारी करते हुए मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव से गुजारिश की है कि हम लोगों को यहां से सुरक्षित निकाला जाए। नेपाल में फंसे एक व्यक्ति ने बताया कि रीवा से चार, छह जबलपुर से और डिंडौरी से सात लोग फंसे हुए है। वीडियो में उन्होंने बताया कि बहुत बुरी तरह से फंसे हुए है, यहां पर ना ही खाने-पीने की व्यवस्था है, और ना ही रहने की। बाढ़ में पूरा सामान बह गया है। नेपाल से भारत का बॉर्डर पार करने मे 18 से 24 घंटे लग रहे है, कृपया कर हमें किसी भी तरह यहां से बाहर निकाला जाए।
नेपाल में तेज बारिश के बीच मध्य प्रदेश के 21 श्रद्धालु काठमांडू में फंस हुए है। जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश के वासी जब काठमांडू से लौट रहे थे उस दौरान काबरे जिले में तेज बारिश से पुल और सड़क बह गया, जिसके चलते रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया। जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना का कहना है कि हम कोशिश कर रहे है कि जबलपुर सहित आसपास के जिलों में रहने वाले जो लोग बाढ़ में फंसे हुए है, उन्हें किसी तरह से निकाला जाए।