
उज्जैनः जीएसटी नंबर के नाम पर 3500 रु. की घूस ले रही थीं दो महिला अफसर
उज्जैन में जीएसटी विभाग की दो महिला अधिकारी गुरुवार को रिश्वत लेते पकड़ी गईं। ये एक ठेकेदार को जीएसटी नंबर देने के एवज में रिश्वत ले रही थी। लोकायुक्त की टीम को देखकर व पकड़े जाने पर इनमें से एक महिला अधिकारी रोने लगी। जानकारी के अनुसार लोकायुक्त की टीम ने सहायक ग्रेड-3 किरण जोशी और इंस्पेक्टर विजया भिलाला को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। इनके खिलाफ दीपसिंह बुनकर ने शिकायत की थी। उसने बताया कि उन्होंने जीआर कंपनी से सीमेंट-गिट्टी का काम ले रखा है। काम पूरा होने पर कंपनी ने जीएसटी नंबर लाने को कहा।
जीएसटी नंबर देने के एवज में दोनों महिला अधिकारियों ने 6 हजार रुपए रिश्वत मांगी। बाद में 3500 रुपए में डील हुई। गुरुवार को महिला अधिकारियों ने रिश्वत की रकम के लिए ठेकेदार को सहायक ग्रेड-3 जोशी के केबिन में बुलाया था। ठेकेदार रुपए देने लगा तो जोशी ने ड्राज में रखने को कहा, तभी लोकायुक्त टीम ने दबिश देकर इन्हें धरदबोचा।
जोबट : बिल पास करने के 30 हजार रुपए ले रहा था स्कूल का प्राचार्य
शासकीय एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय जोबट (खारी) के प्राचार्य अभिषेक पांडे को लोकायुक्त इंदौर की टीम ने 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा। पांडे ने छात्रावास के वार्डन से मैस की खाद्य सामग्री के लंबित बिलों को पास करने के एवज में रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता स्कूल के बालक छात्रावास के प्रभारी वार्डन थे।
उन्होंने जून-जुलाई के लिए खाद्य सामग्री क्रय की गई थी, जिसके करीब साढ़े चार लाख रुपए के बिल बकाया है। प्राचार्य पांडे इसे पास करने के लिए कुल राशि की 10% रिश्वत मांग रहा था। लोकायुक्त डीएसपी ने बताया सिकदार 30 हजार रुपए लेकर पांडे के पास पहुंचा, उसने जैसे ही रुपए दिए टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया।
रीवा : पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिए तीन हजार रुपए लेते डॉक्टर ट्रैप
लोकायुक्त रीवा की टीम ने उमरिया जिले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने के लिए डॉ. राजेन्द्र मांझी को तीन हजार रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। लोकायुक्त एसपी ने बताया कि वीरेंद्र यादव की शिकायत पर यह कार्रवाई की है। वीरेंद्र के भतीजे बली यादव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट बनाने के लिए दस हजार रुपए की मांग की गई थी। आरोपी डॉक्टर ने शिकायतकर्ता से सत्यापन के दौरान डरा-धमकाकर 3 हजार रुपए ले लिए थे। कम से कम इतने ही रुपए और देने को कहा। गुरुवार की सुबह जैसे ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शिकायतकर्ता से शेष 3 हजार रुपए लिए, तभी मांझी को रंगे हाथ पकड़ लिया।