
जन शिक्षा केंद्र में जांच के नाम पर शिक्षकों से रुपए का लेन देन किया जा रहा है। यहां के जन शिक्षक पहले स्कूलों का निरीक्षण करते हैं और अनुपस्थित शिक्षकों को सस्पेंड कराने और वेतन कटवाने का प्रतिवेदन बनाकर उनसे वसूली करते हैं।
दमोह जिले के पटेरा ब्लॉक के अंतर्गत पटेरिया में प्रभारी जनशिक्षक शरद त्रिपाठी का जांच के नाम पर रुपए मांगते ऑडियो वायरल हुआ है। जनशिक्षक एक शिक्षक को तीन दिन का वेतन कटवाने की धमकी देते हुए पैसे मांग रहा है। ऑडियो वायरल होने के बाद अधिकारियों ने जनशिक्षक को हटा दिया है।
जन शिक्षा केंद्र में जांच के नाम पर शिक्षकों से रुपए का लेन देन किया जा रहा है। यहां के जन शिक्षक पहले स्कूलों का निरीक्षण करते हैं और अनुपस्थित शिक्षकों को सस्पेंड कराने और वेतन कटवाने का प्रतिवेदन बनाकर उनसे वसूली करते हैं। न तो यह प्रतिवेदन जिला मुख्यालय पर जाता है और न ही इसे समीक्षा में शामिल किया जाता है। इसी तरह का मामला जनशिक्ष केंद्र पटैरिया का सामने आया है। यहां पर एक प्रभारी जनशिक्षक ने पहले ग्वारी टोला प्राइमरी स्कूल का निरीक्षण किया, फिर अनुपस्थित शिक्षक को फोन लगाकर उससे रुपए मांगे। नहीं देने पर जांच का प्रतिवेदन कलेक्टर को भेजने की धमकी दी। दोनों की बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ है। इसमें प्रताड़ित शिक्षक जन शिक्षा केंद्र पटैरिया के स्कूल ग्वारी टोला में पदस्थ दशरथ चांदपुरिया और फोन लगाकर रुपए मांगने वाले प्रभारी जनशिक्षक शरद त्रिपाठी बताए जा रहे हैं।
मामला सामने आने के बाद डीपीसी मुकेश द्विवेदी का कहना है कि जन शिक्षक को पद से हटाकर उन्हें उनके मूल पद पर भेजा गया है। संबंधित शिक्षक ने भी कोई आवेदन नहीं दिया है। वह ऑडियो वायरल मामले में कोई कार्रवाई करना नहीं चाहता है। हम इस मामले की भी जांच कर रहे हैं।
दोनों के बीच यह हुई बातचीत
प्रभारी जनशिक्षक ने फोन लगाकर पूछा कि काम हो गया?। शिक्षक ने कहा सर कल हो जाएगा। प्रभारी जनशिक्षक ने पूछा ऐसा क्यों तो शिक्षक ने बताया खाते में होल्ड लगा है। प्रभारी जनशिक्षक बोला रोज-रोज डेट बढ़ा रहे हो तो शिक्षक ने कहा शिक्षक कल शाम तक तो हम स्कूल में ही रहे। तब प्रभारी जनशिक्षक ने कहा कल 10 बजे पटेरा में मिल जाना। शिक्षक ने मना कर दिया। प्रभारी जनशिक्षक भड़क गया बोला रोज-रोज टिरका रहे हो, कल कर दो। कल प्रतिवेदन देंगे तो तीन दिन का वेतन कट जाएगा। शिक्षक ने जब कहा कल तक रुक जाओ तो प्रभारी जनशिक्षक ने कहा नहीं आज ही दो, नहीं तो प्रतिवेदन कलेक्टर की समीक्षा बैठक में चला जाएगा। शिक्षक ने कहा आज और रुक जाओ, प्रभारी जनशिक्षक बोला हर काम की समय-सीमा होती है, किसी से फोन-पे करा दो।
जैसे ही शिक्षक ने समस्या बताई तो प्रभारी जनशिक्षक कहने लगा चंदपुरिया जी हमें न बनाओ, हमने ऐसे कई देख लिए। तुम जवान के धनी नहीं हो। कल 10 बजे आफिस में मिलो और फोन लगा लेना तो शिक्षक बोला ठीक है। इस ऑडियो से अंदाजा लगाया जा सकता है शिक्षा विभाग के कर्मचारी ही एक दूसरे को इस तरह से ब्लैकमेल कर रहे हैं।