
मप्र सरकार ‘अपनों’ से ही घिर गई है। गुरुवार देर रात देवरी से भाजपा विधायक बृजबिहारी पटैरिया ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। रात 9:45 बजे विधानसभा अध्यक्ष को उन्होंने इस्तीफा भी भेज दिया। इसके बाद वह थाने में धरने पर बैठे गए। वह सर्प दंश के एक मामले में डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर नहीं लिखे जाने से नाराज थे। जानकारी के मुताबिक, केसली थाना क्षेत्र के ग्राम मेंड़की में सर्पदंश से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी
आरोप है कि अस्पताल में डॉक्टर ने रिपोर्ट में सर्पदंश से मौत लिखने के एवज में 40 हजार रु. मांगे। साक्ष्य होने के बाद भी पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की। इसके बाद विधायक थाने पहुंचे। फिर भी एफआईआर दर्ज नहीं हुई। इस पर पटैरिया ने कहा- सत्ता पक्ष का विधायक होने के बाद भी अगर प्रमाण पर एफआईआर नहीं हो रही तो इससे शर्मनाक बात क्या हो सकती है?
इधर, विधायक पटेल ने पुलिस से कहा- मेरा गुंडों सेमर्डर करवा दो
मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल बुधवार को रीवा आईजी कार्यालय व मऊगंज एसपी कार्यालय में दंडवत हुए। बोले- मेरा गुंडों से मर्डर करवा दो। शराब माफिया को पुलिस सरंक्षण दे रही।
पटेल के समर्थन में उतरे विश्नोई
पाटन से भाजपा विधायक अजय विश्नोई गुरुवार को पटेल के समर्थन में उतरे। कहा- ‘प्रदीप जी आपने सही मुद्दा उठाया है, पर क्या करें? पूरी सरकार शराब ठेकेदारों के आगे दंडवत है।