
बीना शहर में दशहरा के दूसरे दिन रविवार को भी एक दर्जन से ज्यादा प्रतिमाओं का मोतीचूर नदी में विसर्जन किया गया। जानकारी के अनुसार बीना शहर की कुछ दुर्गा समितियों ने शनिवार को दशहरा के अवसर पर दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन नहीं किया था। इसके बाद रविवार को करीब एक दर्जन से ज्यादा प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया।
माता दी के जयकारों से गुंजा शहर
इस दौरान भक्त चल समारोह में नाचते गाते हुए चल रहे थे और जय माता दी के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। शिव मंदिर के पास विराजमान की गई मां काली की प्रतिमा विसर्जन के लिए चल समारोह के साथ निकाली गई, झांकी में कई शहरों के कलाकार भी शामिल हुए।
इसमें करतब दिखाने वाले कलाकारों ने आग के गोले के बीच से निकलकर छलांग लगाई और दूसरी तरफ कूदे। इसके अलावा उज्जैन में निकलने वाली शाही सवारी में शामिल होने वाले कलाकार भी, इसमें शामिल हुए। डीजे की धुन पर भक्त भक्ति में लीन होकर नाच रहे थे।