
सिंगरौली में एक युवक ने घर के अंदर बने कुलदेवी के चबूतरे के सामने अपना गला काट लिया। वह मंदिर वाले कमरे में घुसा और अंदर से कुंडी लगा ली। काफी देर तक बाहर नहीं आया तो परिजन ने आवाज लगाई। फिर गांव वालों की मदद से दरवाजा तोड़ा। अंदर युवक लहूलुहान पड़ा था। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।
घटना शनिवार शाम करीब 7 बजे बरगवां थाना क्षेत्र के पचुआर गांव की है। पुलिस को कमरे में खून से सनी कुल्हाड़ी मिली है। जमीन और दीवारों पर खून के छींटे हैं। पुलिस ने कुल्हाड़ी जब्त कर परिजन के बयान लिए हैं।
पिता को चूना देने के बाद खुद को कमरे में बंद किया पुलिस ने बताया, ‘शनिवार शाम रामकुमार सिंह (36) के पिता रामखिलावन सिंह गोंड ने तंबाकू में मिलाने के लिए चूना मांगा था। पिता को चूना देने के बाद रामकुमार कुलदेवी के मंदिर वाले कमरे में चला गया। कमरा अंदर से बंद कर लिया।
पहले भी कर चुका था कोशिश रामकुमार के चाचा छोटेलाल गोंड ने बताया, ‘गांव में हमारे छह परिवारों की बस्ती है। अगारमोती हमारी कुलदेवी हैं। हम सभी उनकी कई पीढ़ियों से उपासना करते आ रहे हैं। रामकुमार हम सबसे ज्यादा भक्ति करता था। ज्यादातर समय देवी के चबूतरे के सामने ही गुजारता था।
इसके पहले भी एक बार उसने खुद का गला काटने का प्रयास किया था। हो सकता है कि इस बार भी उसने देवी की भक्ति में ही खुद का गला काटा हो।’
10 साल पहले शादी हुई, पत्नी छोड़ गई थी रामकुमार पिता की इकलौती संतान था। स्कूल नहीं गया था। करीब 10 साल पहले शादी हुई, लेकिन उसकी हरकतों की वजह से पत्नी उसे छोड़कर चली गई थी।
6 साल पहले देवसर अस्पताल में उसका दिमागी इलाज भी कराया गया था। हालत थोड़ी सुधरी थी लेकिन बीच-बीच में समझ में न आने वाली बातें करने लगता था।
परिवार के सदस्य खेत में काम करने गए थे बरगवां थाना प्रभारी शिवपूजन मिश्रा ने बताया कि घटना की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। उस वक्त पिता-पुत्र ही घर में थे। परिवार के दूसरे सदस्य खेत में काम करने के लिए गए थे। जांच के बाद ही मामले का खुलासा हो सकेगा।