
उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार शनिवार को एक दिवसीय प्रवास पर जबलपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि 8वीं शताब्दी में भारत विश्व का सबसे सक्षम देश था और भारत के लोग ही पहले विदेश गए थे। जिन्हें भारत पर गर्व नहीं वो मानते हैं कि कोलम्बस ने अमेरिका की खोज की थी। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों की मानसिकता से भारत में रह रहे लोग अपने मायके की सोच को सही मानते हैं, लेकिन भारत के लोगों को भारत के हिसाब से सोचना पड़ेगा।
कुछ दिन पहले दिए बयान पर कायम
मंत्री परमार ने बीते दिनों बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में में कहा थी कि अमेरिका की खोज क्रिस्टोफ़र कोलम्बस ने नहीं बल्कि भारतीय पूर्वजों ने की थी। उन्होंने कहा कि जो भारत पर गर्व नहीं करते उन्हें देश का ज्ञान ही नहीं है। विश्वविद्यालयों को आरएसएस की शाखा बनाने के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के आरोप पर मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि जिन्हें गुरु परंपरा से परहेज है उनके बारे में क्या ही कहा जाए। ईसा मसीह के जन्म से पहले ही भारत में गुरु परंपरा थी। भारतीय परंपरा के हिसाब से कुलपतियों को कुलगुरु कहना सबसे अच्छा संबोधन है।
सरकार छात्र संघ चुनाव के पक्ष में
छात्र संघ चुनावों के सवाल पर मंत्री परमार ने कहा कि सरकार छात्रसंघ चुनाव करवाने के लिए सैद्धांतिक रूप से सहमत है, लेकिन एकेडमी पक्ष की ओर से चुनावों पर आपत्तियां हैं। परमार ने कहा कि सरकार इन आपत्तियों का निराकरण कर छात्रसंघ चुनाव कराएगी।