
दमोह जिले के मडियादो बफर क्षेत्र की पाली बीट के पीएफ 376 में राहर के खेत में नीलगाय का कटा हुआ सिर, तीन पैर और 25 किलो मांस मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। मडियादो से परिक्षेत्र अधिकारी जीएस चौहान ने टीम के साथ मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की और तीन आरोपियों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया है। आरोपियों ने नीलगाय का मांस आपस में बांटने के बाद उसका सिर, पैर और कुछ मांस जमीन में गाड़कर छिपा दिया था, जिसे टीम ने बरामद किया। मांस और खून देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि संभवतः नीलगाय का शिकार 24 घंटे पहले, शनिवार सुबह किया गया था।
जानकारी के अनुसार मुखबिर से वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना मिली थी कि पाली क्षेत्र में किसी वन्यजीव का शिकार हुआ है। सूचना के आधार पर वन विभाग ने पाली बीट में मुखबिर तंत्र को सक्रिय करते हुए छानबीन शुरू की। इस दौरान टीम को नीलगाय का कटा हुआ सिर, तीन पैर और मांस जब्त करने में सफलता मिली। आरोपियों ने नीलगाय के अवशेष गांव से दूर राहर के खेत में जमीन में छिपा दिए थे। जिस खेत से अवशेष मिले, वहां के घरों में भी तलाशी ली गई, जिसमें खून से सना हुआ हंसिया और कुल्हाड़ी भी जब्त की गई। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि नीलगाय को किस तरह से मारा गया, लेकिन धारदार हथियार मिलने से अंदाजा लगाया जा रहा है कि नीलगाय को बेरहमी से मारा गया होगा।
टाइगर रिजर्व पन्ना के मडियादो परिक्षेत्र अधिकारी जीएस चौहान ने बताया कि पाली बीट के एक खेत से नीलगाय का कटा हुआ सिर, तीन पैर और करीब 25 किलो मांस जब्त किया गया है। तीन आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर उनकी तलाश जारी है।