
जबलपुर में बिल्डिंग निर्माण में करीब डेढ़ करोड़ रुपए की ठगी के मामले में पुलिस ने आरोपी पकंज सराफ को रविवार को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पार्टनर और सत्यम होम्स प्राइवेट लिमिटेड के संचालक ने पुलिस से धोखाधड़ी की शिकायत की थी। पुलिस आरोपी पंकज को कोर्ट में पेश करने से पहले जिला अस्पताल में मेडिकल के लिए लेकर पहुंची तो यहां उसकी तबीयत बिगड़ गई।
जिला अस्पताल में इलाज के बाद पंकज को मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। डॉक्टरों के मुताबिक ब्लड प्रेशर बढ़ने से तबीयत बिगड़ी थी। पंकज के भाई का आरोप है कि उन पर जो भी आरोप लगाए गए है वह झूठे है। पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई की है। जिसके चलते उनके भाई की तबीयत बिगड़ी है।
यादव कॉलोनी पुलिस चौकी प्रभारी सतीश झारिया के मुताबिक, संदीप ठाकुर ने एक साल पहले शिकायत दर्ज करवाई थी की वह और पंकज सराफ प्रॉपर्टी डीलिंग में पार्टनर थे। दोनों के द्वारा एक जमीन खरीदी गई थी। संदीप ने पुलिस को बताया कि पंकज के द्वारा एक करोड़ 49 लाख रुपए की राशि को गबन किया गया। पंकज को गिरफ्तार करने के बाद जब उसे एमएलसी के लिए लाया गया तो उसकी तबीयत बिगड़ गई।
पंकज सराफ के भाई युवा मोर्चा के पूर्व मंडल अध्यक्ष दीपक सराफ का आरोप है कि उनके भाई पर झूठे आरोप लगाए गए हैं। पंकज ने जितने भी रुपए दिए है, उसकी बकायदा एंट्री की है। संदीप ठाकुर अवैध रूप से वसूली करना चाहते हैं। संदीप ठाकुर के खिलाफ कोतवाली में कई मामले दर्ज हैं। भाई पंकज ने विरोध करने पर उनके खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज करवाई गई। आज तक कभी भी लार्डगंज थाने से नोटिस नहीं आया। थाने में सभी सबूत जमा कर दिए गए है।
शिकायतकर्ता संदीप ठाकुर ने कहा कि तीन साल पहले पंकज सराफ के साथ मिलकर कसोदा नगर में डेढ़ करोड़ रुपए एक जमीन खरीदी। उसे डेवलप किया और जमीन मालिक को पैसे भी दिए। संदीप ने बताया कि इस बीच मेरे भाई की तबीयत बिगड़ गई। जिसके चलते मैं उन पर ध्यान देने लग, पूरा काम पंकज ही संभाल रहा था, मुझसे लगातार पैसे लेते रहे और आखिर में पूरी जमीन बेचकर पैसे रख लिए। पंकज से कई बार पैसे वापस मांगने पर वापस नहीं मिले। पैसों की मांग करने पर पंकज ने राजनीतिक रसूख दिखाकर मुझे और मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी।