
दीपावली की पूर्व संध्या में आज 30 अक्टूबर को मां नर्मदा का घाट दीपों से रोशन होगा। दीपावली पर्व का दीपोत्सव मनाने के लिए बुधवार की शाम सैकड़ों लोग गौरीघाट तट पर एकत्रित होकर एक साथ दीप जलाएंगे, इस दौरान लेजर शो भी होगा। कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह सहित कई साधु संत शामिल होगें। बताया जा रहा है कि जिस तरह से अयोध्या में सरयू नदी के घाट को दीपावली में सजाया जाता है, कुछ इस तरह से संस्कारधानी जबलपुर के गौरीघाट को भी सजाया जाएगा।
51 हजार दीए जलाएंगे
बुधवार शाम जबलपुर के गौरी घाट में 51000 दिए जलाए जाएंगे। इसके अलावा 1 घंटे तक लगातार आतिशबाजी भी होगी। इस मौके पर सैकड़ों मां नर्मदा के भक्त भी इस दीपोत्सव के कार्यक्रम में शामिल होगें। 30 अक्टूबर की शाम 6 बजे से संस्कारधानी के गौरीघाट तट पर नर्मदा दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। जबलपुर वासियों के सहयोग से 51 हजार दीपों और लेजर शो से होने जा रहा मां नर्मदा का अलौकिक श्रृंगार विरासत एवं विकास का अदभुत संगम होगा। दीपोत्सव में साधु संत, जनप्रतिनिधि, गणमान्यजन और संस्कारधानी वासी सम्मिलित होकर एक-एक दीप मां नर्मदा के तट पर प्रज्ज्वलित करेंगे।
22 जनवरी को भी मनाया गया था दीपोत्सव
22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी, उस दौरान पूरे देश में लोगों ने दीपावली मनाई थी। इस मौके पर प्रधानमंत्री की ओर से अपील की गई थी कि लोगों को अपने घरों में दिवाली माननी चाहिए, क्योंकि पूरे 550 साल बाद भगवान राम अपने मंदिर में विराज पाए हैं. यह सनातन धर्मियों के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है, इसलिए जिस तरीके से भगवान राम वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे और उनका स्वागत दीपावली मना कर किया गया था।