
दमोह रेलवे स्टेशन पर मंगलवार रात करीब 11 बजे एक मानसिक विक्षिप्त युवक ने 6 साल की मासूम बच्ची के अपहरण का प्रयास किया। ऑटो चालकों ने उस आरोपी को बच्ची को लेकर भागते देखा तो उन्होंने उसे खदेड़ लिया। जिस वजह वह बच्ची को स्टेशन के प्लेटफार्म- 2 पर छोड़कर भाग गया। यहां बच्ची रो रही थी। इसी दौरान पन्ना के एक रेल यात्री ने देखा, तो वह उसे जीआरपी पुलिस के पास लेकर पहुंचा। पुलिस ने बच्ची के परिजनों को खोजने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मिले। इसके बाद उन्होंने अनाउंसमैंट किया। तब करीब 1 घंटे बाद बच्ची को उसके परिजन मिल पाए। इधर आरोपी फरार हो गया। जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।
जानकारी के अनुसार, जिले के तेजगढ़ के हिनौती पुतरी घाट निवासी सुनील पिता रमेश बसोर अपनी पत्नी शिवानी और 6 साल की बच्ची सोनाक्षी को लेकर मंगलवार रात दमोह रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। इन्हें मजदूरी के लिए बुधवार सुबह राज्यरानी ट्रेन से भोपाल जाना था। इस वजह से वह रात में ही रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए। यहां स्टेशन परिसर में मासूम बच्ची अपने माता-पिता के साथ सो रही थी। तभी एक मानसिक विक्षिप्त युवक वहां पहुंचा और उसने बच्ची को गोद में लिया और भागने लगा।
स्टेशन के बाहर ऑटो चालकों को उस पर संदेह हुआ, तो उन्होंने उसे ज़ोर से आवाज लगाई और खदेड़ना शुरू किया। जिससे आरोपी बच्ची को लेकर प्लेटफार्म क्रमांक 2 पर पहुंचा और वहां पर बच्ची को छोड़कर भाग गया। जीआरपी चौकी प्रभारी बीपी पासी ने बताया कि आरोपी को खोजने का प्रयास किया लेकिन वह फरार हो चुका है। गनीमत रही कि ऑटो चालकों की सजगता के चलते एक मासूम बच्ची अपहरण होने से बच गई। हालांकि पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया है।
आरोपी जिस समय मासूम बच्ची को लेकर भागा उस समय उसके माता-पिता नींद में थे। कुछ देर बाद उनकी नींद खुली तो वह स्टेशन परिसर में बच्ची को खोजते हुए स्टेशन के बाहर आ गए। जबकि उनकी बेटी प्लेटफॉर्म-2 पर रो रही थी। जिसकी उन्हें जानकारी ही नहीं थी। करीब 1 घंटे बाद परिजनों को उनकी बेटी मिल पाई।