
दमोह जिले के सलैया गांव में फसल नष्ट होने के सदमे में किसान दान सिंह लोधी ने कीटनाशक पी लिया। पांच एकड़ में धान की फसल सूखने से कर्ज और परिवार के भरण-पोषण की चिंता में डूबे किसान को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
दमोह जिले के जबेरा तहसील के सलैया गांव में एक किसान ने फसल खराब होने से दुखी होकर कीटनाशक पी लिया। जानकारी के अनुसार, 55 वर्षीय किसान दान सिंह लोधी ने पांच एकड़ भूमि पर धान की फसल लगाई थी, जो सूखा रोग के कारण पूरी तरह नष्ट हो गई। परिवार का भरण-पोषण इसी फसल पर निर्भर था और फसल की उम्मीद में उन्होंने लोगों से उधार लेकर खेती की थी। फसल नष्ट होने से अब उनके पास न तो उधार चुकाने के साधन बचे हैं, न ही परिवार का पेट भरने का सहारा। किसान पर लगभग एक से डेढ़ लाख रुपए का कर्ज है, जो साहूकारों से लिया गया है।
कर्ज न चुका पाने और परिवार के भरण-पोषण की चिंता में दान सिंह ने कीटनाशक पी लिया, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई। परिजन उन्हें बुधवार शाम जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उनका इलाज जारी है। पीड़ित किसान के बेटे, लाल सिंह ने बताया कि सूखा रोग के कारण धान की पूरी फसल झड़ गई, जिससे उनके पिता तनाव में आ गए और कीटनाशक पी लिया।
गौरतलब है कि इस साल जिले के तेंदूखेड़ा ब्लॉक सहित कई क्षेत्रों में सूखा रोग के कारण धान की फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। जिले में कई किसानों की फसल बर्बाद हो चुकी है। कृषि विभाग और कृषि वैज्ञानिकों ने प्रभावित फसलों का निरीक्षण किया और किसानों को छिड़काव आदि के उपाय बताए, लेकिन रोग के बढ़ते प्रकोप से किसानों को राहत नहीं मिली।