
इंदौर की तर्ज पर रीवा को भी स्वच्छता में नंबर वन बनाने की पहल के बीच शहर में धड़ल्ले से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग जारी है। शहर में जगह-जगह दुकानों पर ग्राहक को सामान के साथ पॉलीथिन दी जा रही है। जिसे लोग इस्तेमाल के बाद इधर-उधर फेंक देते हैं। जिससे शहर का स्वच्छता में नंबर वन बनने का सपना पूरा होता हुआ नजर नहीं आ रहा है।
स्वच्छता में नंबर वन सिटी का ताज लगातार कई बार से इंदौर हासिल कर रहा है। जहां पूरी तरह से सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध है। ऐसे में रीवा में सिंगल यूज प्लास्टिक का बढ़ता उपयोग चिंता का विषय है। जानकारी के मुताबिक सिंगल यूज प्लास्टिक बैन होने के बाद भी रीवा की अधिकांश दुकानों पर उपयोग किया जा रहा है।
प्लास्टिक के उपयोग पर शिकंजा कसा जाएगा
इस बारे में नगर निगम आयुक्त सौरभ संजय सोनवड़े का कहना है कि शहर में बढ़ते सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर शिकंजा कसा जाएगा। शादी का सीजन होने की वजह से इसका उपयोग काफी बढ़ गया है। हालांकि समय-समय पर हमने जागरूकता अभियान के माध्यम से लोगों को इस विषय पर जागरूक भी किया।
कपड़े के बैग डिस्पेंस करने वाली मशीन लगाएंगे
इसके अलावा एनजीओ के माध्यम से कपड़े से बने झोले भी वितरित करवाए। जल्द ही हम कपड़े के बैग डिस्पेंस करने वाली मशीन मार्केट में लगाने वाले हैं। इससे अगर लोग कपड़े के बैग मार्केट में साथ ले जाना भूल भी जाते हैं। तो उन्हें मार्केट में ही बैग मिल सके। इसके अलावा हम अब सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग करने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई करने की तैयारी में हैं। पहले भी जुर्माना लगाया गया है। अब जुर्माने को बढ़ाया जाएगा।
भारत सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया था
भारत सरकार ने 1 जुलाई 2022 को सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया था। प्लास्टिक कचरा प्रबंधन नियम के अंतर्गत ये बैन कुल 19 वस्तुओं पर लगा है। प्रतिबंध लगने के बाद देशभर में कंपनियां स्ट्रॉ से बने प्रोडक्ट को बाजार में बेचने पर रोक है।
बैन हुई वस्तुओं में थर्माकोल से बनी प्लेट, कप, गिलास, सिगरेट पैकेट की फिल्म, प्लास्टिक के झंडे, कटलरी जैसे कांटे, चम्मच, चाकू, पुआल, ट्रे, मिठाई के बक्सों पर लपेटी जाने वाली फिल्म, निमंत्रण कार्ड, गुब्बारे की छड़ें और आइसक्रीम पर लगने वाली स्टिक, क्रीम, कैंडी स्टिक और 100 माइक्रोन से कम के बैनर शामिल हैं।