
सागर जिले में शाहगढ़ के श्मशान घाट में नवजात का अधजला शव मिला है। जांच में पता चला है कि श्मशान घाट के पास सरकारी स्कूल में सोमवार को 11वीं की छात्रा ने बच्चे को जन्म दिया था। शव उसी नवजात का है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि बच्चा जन्म के समय स्वस्थ व जीवित था।
प्रसव के बाद से पीड़िता गांव से गायब थी। उसके परिवार वाले उसे सागर इलाज कराने लाए थे। पुलिस ने नाबालिग की तलाश की। छानबीन के दौरान पीड़िता मकरोनिया चौराहे पर मां के साथ मिली। जिसे पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। वह पुलिस को कुछ भी नहीं बता रही है। पुलिस ने संदेह के आधार पर नाबालिग के चाचा को हिरासत में लिया है।
प्रसव के बाद नवजात को जलाया गया
जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद जैन ने बताया, स्कूल स्टाफ के बयान लिए गए हैं। पुलिस ने स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर सुरक्षा में लिया है। प्राचार्य टीकाराम अहिरवार ने बताया, 108 और पुलिस को सूचना दी गई थी। प्राथमिक जांच में सामने आया कि प्रसव के बाद नवजात को जलाया गया है।
एसडीओपी शिखा सोनी ने बताया, शासकीय स्कूल के पीछे अधजली अवस्था में नवजात का शव मिला है। मामले में हर बिंदु पर जांच की जा रही है।
कुछ समय से स्कूल नहीं आ रही थी नाबालिग
जानकारी के मुताबिक नाबालिग बीते कुछ समय से स्कूल नहीं आ रही थी। 3 दिसंबर काे स्कूल आने के बाद ही उसे पेट दर्द शुरू हाे गया। स्कूल के शिक्षकों ने देखा ताे बताया कि यह प्रसव संबंधी दर्द है। तुरंत लड़की की मां काे सूचना दी गई। मां स्कूल आ पाती इससे पहले ही नाबालिग काे प्रसव हाे गया। नाबालिग की मां ने लड़की के गर्भवती होने की जानकारी होने से इनकार किया है।
मामले में ये बड़े सवाल
1. बच्चे को जन्म देने वाली छात्रा स्कूल से दूर स्थित एक गांव की है। छात्रा लंबे समय से स्कूल नहीं आ रही थी। सोमवार को वह स्कूल आई। नाबालिग के गर्भवती होने की सूचना पर स्कूल प्रबंधन ने पुलिस को जानकारी क्यों नहीं दी?
2. परिजन अनजान कैसे? मां ने कहा कि उसे नाबालिग के गर्भवती होने की जानकारी नहीं थी। ऐसा था तो वह लंबे समय तक स्कूल क्यों नहीं गई? स्थिति प्रसव तक पहुंच गई तो परिजनों ने उसे स्कूल कैसे भेज दिया?
3. आरोपी कौन? पुलिस ने संदेह के आधार पर नाबालिग के चाचा को हिरासत में लिया है। हालांकि, इसके आगे कोई जानकारी नहीं दी गई।