
इंदौर में मौजूद विश्व प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर में चार दिन से चल रही दान पेटियों की गिनती में 75 लाख रुपए निकले हैं। गुरुवार तक 43 में से 35 दान पेटियों की गिनती पूरी हो चुकी है। 8 दान पेटियों की गिनती अगले दो से तीन दिन में कर ली जाएगी। इस बार दान राशि एक करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है। बता दें मंदिर की दान पेटियों से हर साल औसतन 4 करोड़ रुपए से अधिक दान निकलता है।
मंदिर में हर साल लाखों की संख्या में भक्त आते हैं। एनआरआई भक्त जिस देश से आते हैं वहां की मुद्रा भी यहां दान के रूप में चढ़ाते हैं। दान की यह गणना मंदिर प्रबंध समिति, पंजाब नेशनल बैंक और नगर निगम कर्मचारियों की मौजूदगी में की जा रही है।
दान पेटियों में अब तक सोने की चेन और चांदी की सिल्लियां निकली हैं। अमेरिका, दुबई सहित अन्य देशों की मुद्राएं भी मिली हैं।
कई लेटर भी निकले है, जिसमें भक्तों ने अपने मनोकामना लिखी। इन लेटर को भगवान को चरणों में अर्पित किया जाता है। इसके अलावा विदेशी करेंसी के साथ ही चांदी के जेवरात भी दान पेटियों में निकल चुके हैं। मंदिर में प्रत्येक चार माह में दान पेटियों से निकलने वाली दान राशि की गिनती की जाती है। इसके बाद यह राशि बैंक में जमा की जाती है और इसी से मंदिर समिति का खर्च चलता है। इसके पहले यह गिनती अगस्त 2024 में की गई थी। तब दान पेटियों से एक करोड़ 75 लाख रुपए का दान निकला था।
चिल्लर की गिनती भी जारी, दो से तीन दिन में पूरी होगी गिनती
खजराना गणेश मंदिर के मुख्य पुजारी पं. अशोक भट्ट ने बताया कि मंदिर की दान पेटियों से निकली राशि की गणना की जा रही है। अब तक 75 लाख रुपए से ज्यादा की राशि प्राप्त हुई है। पूरा पैसा मंदिर के अकाउंट में जमा करा दिया गया है। सभी दान पेटियों और चिल्लर की गिनती पूरी होने में दो से तीन दिन का समय और लग सकता है।
मंदिर की दान पेटियों से निकली चिल्लर की गिनती का काम मंदिर में किया जा रहा है, जो अगले एक-दो दिन तक जारी रहेगा। नगर निगम के 20 अधिकारी व कर्मचारियों के साथ ही मंदिर प्रबंधन समिति के 15 लोग दान पेटियों से निकली राशि गिनने के काम में लगे हैं।
पहले दिन निकला सबसे ज्यादा दान
1. 9 दिसंबर सोमवार को 43 लाख 88 हजार रुपए का दान निकला।
2. 10 दिसंबर मंगलवार को 10 लाख रुपए का दान निकला।
3. 11 दिसंबर बुधवार को 22 लाख रुपए का दान निकला।
