
भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में गुरुवार को सीएम डॉ मोहन यादव और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने प्रदेश में भाजपा सरकार के एक साल पूरा होने पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार की उपलब्धियां गिनाई।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आज सात नगरी निकाय उपचुनाव में छह निकायों में भाजपा ने जीत हासिल की है। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई ने कहा था कि किसी भी देश को आगे बढ़ाने के लिए उसके उपलब्ध संसाधनों का बेहतर से बेहतर उपयोग होना चाहिए। ऐसे में उन्होंने नदी जोड़ो की कल्पना की थी। नदी जोड़ो के माध्यम से उनका अपना विराट दर्शन था।
सच मानो तो उसमें कई लोगों को लगा था कि क्या यह संभव है। यह तो प्रकृति जन्म है। यह कैसे हो सकता है। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी जी ने हमे कहा कि यह बहुत उम्दा आईडिया है इस पर आगे बढ़ना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज जी के समय में यह प्रोजेक्ट हाथ में लिया गया था। लेकिन फॉरेस्ट की लैंड टनल की लागत बढ़ने के कारण से आपस में कुछ-कुछ विभागों के ताल-मेल के कारण से अटक रहा था। हमने इसको गंभीरता से आगे किया।
केन-बेतवा प्रोजेक्ट में केवल 10% राशि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की लगेगी। बाकी राशि केंद्र सरकार देगी। अटल जी की जयंती के अवसर पर जन्म शताब्दी वर्ष चलेगा। अटल जी का वह सपना साकार होते दिखेगा जो उन्होंने नदी जोड़ अभियान को लेकर देखा था। इसमें उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के लगभग 11 जिले हैं। प्रदेश के 11 जिले और बाकी के उत्तर प्रदेश के जिले हैं। कुल मिलाकर 10 लाख हेक्टेयर इलाके में इससे सिंचाई होगी।
25 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी जी ने इस कार्यक्रम में आने की सूचना दी है। दोपहर 1:00 छतरपुर जिले में इस योजना का भूमि पूजन किया जाएगा।
तीन नदियों के जुड़ने से प्रदेश के 11 जिलों को फायदा
सीएम यादव ने आगे कहा कि, पार्वती,काली सिंध, चंबल तीनों नदियों को जोड़ने का मामला राजस्थान में विरोधी विचारधारा की सरकार होने के चलते अटका हुआ था। कुछ मामले राजस्थान को मंजूर नहीं थे। लेकिन अब उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश शिवपुरी से लगाकर आगर मालवा तक के 11 जिले शिवपुरी, गुना, सीहोर, देवास, उज्जैन आगर इंदौर शाहजहांपुर मुरैना में नदियों के जोड़ने से स्थिति बदलने वाली है।
इस तरह इंदौर से निकलने वाली कान नदी आमतौर पर शिप्रा जी में आकर हमारी मूल नदी की धारा को प्रभावित करती है। कई बार इंदौर के सीवर का पानी मिलता है तो उज्जैन का पानी गंदा हो जाता है। ऐसे में इस नदी को उज्जैन से 20 किलोमीटर दूर डक्ट के माध्यम से पूरी नदी को पलटकर गंभीर नदी की डाउनस्ट्रीम में शिफ्ट करेंगे।
1980 के बाद से हमारे हर कुंभ में शिप्रा जी के जल से हम स्नान नहीं कर पाए। गंभीर नदी के पानी से स्नान कराया। 2016 के कुंभ में हमने नर्मदा जी के जल से स्नान कराया। लेकिन अब हमने शिप्रा जी के पानी से ही स्नान करने के लिए योजना बनाई है। वर्षा जल को संग्रहित करके सरवर खेड़ी डैम के आधार पर शिप्रा जी का पानी संरक्षित करेंगे।
सीएम ने कहा किसानों के लिए कई योजना बनाई
हुकुमचंद मिल श्रमिकों का 224 करोड़ का 30 साल पुराना भुगतान किया। इसी तरह न केवल हुकुमचंद मिल बल्कि इसके पहले उज्जैन में विनोद विमल मिल का समाधान किया था। भाजपा सरकार ने साइबर तहसील के माध्यम से देश में पहली बार कहीं से रजिस्ट्री कराने की सुविधा उपलब्ध कराई। सरकार ने गेहूं में 125 रुपए बोनस देने की घोषणा की। सोयाबीन को 4892 रुपए समर्थन मूल्य देने से लेकर किसानों के लिए नदी जोड़ो अभियान के माध्यम से सिंचाई की सुविधा मिलेगी।
इस दौरान सीएम ने कहा कि किसानों के लिए कई योजना बनाई है। अलग-अलग प्रकार के इंडस्ट्रियल एरिया में इथेनॉल से लेकर फूड इंडस्ट्री लाने का प्रयास कर रहे हैं। ताकि उन्हें अपनी फसल का ठीक से लाभ मिले।
कुलपति का नाम बदलकर कुलगुरू किया
सीएम डॉ यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश के विश्वविद्यालय में कुलगुरू को पहले कुलपति कहते थे। ऐसे में जब बहाने कुलपति बन जाती हैं तो नाम को लेकर बड़ी समस्या रहती। पहले भी मैंने अपना अनुभव सुनाया था। इंदौर में एक बहन कुलपति थी जब उनके पति आए तो उन्होंने कहा कि आपकी कुलपति का मैं पति हूं। मैंने उसे समय कुछ नहीं कहा। लेकिन, बाद में आकर सोचा कि अब क्या कर सकते हैं तो ध्यान में आया कि महाराष्ट्र में कुलपति को कुलगुरु कहा जाता है। हमने भी यही मॉडल लागू किया। गुरु परंपरा में हमने यह नाम परिवर्तन किया।
ढाई लाख लोगों को देंगे नौकरियां
सीएम यादव ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के माध्यम से हम ढाई लाख लोगों को नौकरियां देंगे। रोजगार के प्रकल्प के साथ जो लोग इंडस्ट्री में काम करना चाहते हैं लगभग ऐसे चार लाख करोड़ के निवेश के साथ तीन लाख युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
युवाओं के लिए 55 जिलों में पीएम एक्सिलेंस कॉलेज शुरू किए गए। इन एक्सिलेंस कॉलेज में बहनों को 20-30 किलोमीटर ऑटो या स्कूटी से आना पड़ता था। एक भाई उसे लेकर आता है। हमने केवल ₹1 रुपए में हर पीएम एक्सिलेंस कॉलेज बसें दी।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि, मध्य प्रदेश में सब कह रहे थे की लाडली बहन योजना बंद हो जाएगी इसका लोड पड़ेगा। यह बात हम जानते हैं कि लोड बढ़ रहा है। लेकिन हम आय का संसाधन बढ़ा रहे हैं। जब आप आए बाधाओगे तो इन सारी व्यवस्थाओं को संचालित करने में सक्षम हो जाते हैं हमने इस दिशा में काम किया है कि हमारी सारी जनकल्याणकारी योजनाएं खासकर बहनों की योजनाओं को लेकर आगे बढ़ रहे हैं महिला उद्यमियों को 850 एमएसएमई इकाइयों में 275 करोड़ की राशि का डीबीटी से अंतरण किया सैनिटेशन 2025 का तो पूरा साल उद्योग वर्ष के रूप में बनाने का फैसला किया अब संभाग स्तर से ले नीचे जिला स्तर पर है औद्योगिक समिति करने जा रहे हैं मध्य प्रदेश के अंदर भूगर्भ संपदा वन संपदा जल संपदा भूगोल भूमि पर्याप्त मात्रा में ऐसे में हम पहले चरण में स्थानीय उद्योगपति जो पहले से कम कर रहे हैं वह अपना काम करें उनके काम को गति दें फिर एक काम से जो दूसरे काम में जाना चाहते हैं उसे मदद करेंगे और फिर इसके अलावा देश के अंदर बड़े-बड़े ब्रांड के नाम से कम कर रहे हैं वह हमारे प्रदेश में काम करें हम उन्हें भी मदद करने के लिए तैयार है इसके अलावा यदि कोई विदेश में बैठे हुए निवेशक जाकर आना चाहे तो समान रूप से हम इस पर काम कर रहे हैं
फरवरी महीने में 24 फरवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर समेत होगी जिसमें प्रधानमंत्री मोदी स्वयं शामिल होंगे
प्रदेश में डबल इंजन सरकार की दुगनी गति
इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि, एक साल पहले आज के ही दिन 13 दिसंबर को मोहन यादव जी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। सरकार के साथ भाजपा के संगठन ने प्रधानमंत्री मोदी जी की नीति और डबल इंजन की सरकार ने दुगना काम किया।
मध्य प्रदेश की सरकार और तुरंत एक्शन करने वाली सरकार है। महिला, किसान, गरीब, युवा इन चार वर्गों पर सरकार ने फोकस किया है। पीएम श्री एंबुलेंस के माध्यम से सरकार ने संवेदनशीलता प्रदर्शित की है।महिलाओं को 35% आरक्षण देने का काम डॉक्टर मोहन यादव जी के नेतृत्व की संवेदनशील सरकार ने किया। मध्य प्रदेश के समग्र विकास के लिए रीजनल इंडस्ट्रियल समिट के माध्यम से लोकल उद्योगपतियों को अवसर देने के लिए शुरुआत की गई है।
शहरों के समग्र विकास के लिए देश में मध्य प्रदेश कैसे आगे जाएगा उसके लिए मेट्रोपॉलिटन सिटी के रूप में का प्रयास सरकार ने किया है। गौ पूजा को संवर्धन संस्कृति की रक्षा के लिए किया है आने वाले समय में केन बेतवा नदी जोड़ो परियोजना जो अटल जी का सपना है भी जल्द पूरा होने वाला है।