
लंदन प्रवास के बाद वापस छतरपुर लौटे बाबा बागेश्वर ने कई सारी बातें कही। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश और पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ जो हो रहा है या अन्य हिन्दू जहां-जहां रहते हैं, उनके साथ ऐसा न हो पाए इस लिए हमें विदेश यात्रा पर जाना पड़ रहा है।
बागेश्वर धाम सरकार पांच दिवसीय लंदन में अलग-अलग जगहों की यात्रा के बाद पुनः बागेश्वर धाम वापस आ गए हैं। 19 दिसंबर को बागेश्वर धाम पहुंचे बागेश्वर महाराज ने सर्वप्रथम गौशाला पहुंचकर गाय माता के दर्शन किए। उन्हें गुड़ खिलाया और मौजूद गाय, घोड़ों के स्वास्थ के बारे में जानकारी ली।
शाम के समय धाम पर पहुंचकर धाम पर आए हुए श्रद्धालुओं को 5 दिन में रहे विदेश के अनुभवों को साझा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि लंदन रह रहे हजारों सनातनी हिंदुओं से लंदन में मैं मिल पाया, वहां के सनातनी हिन्दू चाहे वो लेस्टर, हैरो आदि जगहों पर रह रहे हो सभी बड़ी उत्सुकता के साथ सामूहिक अर्जी और कथा सुनने के लिए लालायित थे।
इन विदेशी यात्राओं से एक बड़ा लाभ होता हैं कि हम भारत में तो हिंदुत्व के लिए कार्य कर पा रहे है। सात समुन्दर पार जो 15 से 20 हजार किमी दूरी पर जो हिन्दू बैठे हैं, उन लोगों की आने वाली पीढ़ी उनसे अलग न हो जाए और हिन्दू एक हो जाए, इसलिए हम विदेश जाते हैं।
आगे उन्होंने कहा कि बांग्लादेश और पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ जो हो रहा है या अन्य हिन्दू जहां-जहां रहते हैं, उनके साथ ऐसा न हो पाए इस लिए हमें विदेश यात्रा पर जाना पड़ रहा है। लंदन की सरकार बहुत अच्छी है, वो सभी हिन्दू सनातनियों भारतीयों को वो प्रमोट करते हैं।