
भोपाल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज कैबिनेट मंत्रियों और अधिकारियों के साथ मंथन बैठक की, जिसमें इस साल की सरकार की उपलब्धियों और अगले साल 2025 की प्रमुख प्राथमिकताओं पर चर्चा की गई। पहले यह बैठक पचमढ़ी में आयोजित होने वाली थी, लेकिन केन-बेतवा लिंक परियोजना के शिलान्यास के कारण इसे भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में आयोजित करने का फैसला लिया गया।
बैठक की शुरुआत से पहले डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि सुशासन की स्थापना के लिए मंथन बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र की योजनाओं का सही ढंग से क्रियान्वयन होना चाहिए, ताकि योजनाएं बेहतर परिणाम दे सकें।
मंत्री तुलसी सिलावट ने बताया कि आज सीएम सभी विभागों की समीक्षा करेंगे और यह भी बताया कि मध्य प्रदेश को दो महत्वपूर्ण राष्ट्रीय परियोजनाओं का लाभ मिल रहा है। इनमें से पार्वती कालीसिंध चंबल परियोजना (35 हजार करोड़ की) और केन-बेतवा लिंक परियोजना शामिल हैं।
बैठक दो सत्रों में होगी
यह मंथन बैठक कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में दो सत्रों में आयोजित की जाएगी, जो चार घंटे से अधिक समय तक चल सकती है। इस बैठक में केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना के शिलान्यास पर भी चर्चा होगी, और मुख्यमंत्री परियोजना के फायदे समझाने के लिए उपमुख्यमंत्रियों और मंत्रियों को निर्देश देंगे।
उद्योग वर्ष 2025 की प्राथमिकताएं
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पहले ही 2025 को ‘उद्योग वर्ष’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया है और फरवरी 2025 में भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट आयोजित की जाएगी। इस समिट से पहले शहडोल, इंदौर और अन्य संभागों में रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव भी हो चुके हैं। शहडोल में सात जनवरी को रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव होगा। मंथन बैठक में उद्योग और रोजगार के मुद्दों पर विशेष रूप से चर्चा की जाएगी, साथ ही केंद्र सरकार की प्राथमिकताओं पर भी विचार होगा।
दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व से हुई चर्चा
सीएम यादव हाल ही में दिल्ली गए थे, जहां उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व और केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की। इस दौरान मंथन के विषय पर चर्चा की गई। मंथन बैठक में मंत्रियों के परफॉर्मेंस रिव्यू पर भी चर्चा हो सकती है, जो केंद्र की रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी।
पहले भी मंत्रालय से बाहर मंथन कर चुके हैं सीएम
इससे पहले, 13 सितंबर को सीएम मोहन यादव ने अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन और नीति विश्लेषण स्कूल भवन में मंत्रियों के साथ छह घंटे से अधिक समय तक मंथन बैठक की थी। इस बैठक में वीरांगना रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती, माँ नर्मदा नदी के समग्र विकास की कार्ययोजना, लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती, विक्रमोत्सव और भोज महोत्सव के आयोजनों पर भी चर्चा की गई थी।
मंथन की टाइमलाइन:
- सीएम का उद्बोधन – मंथन शिविर की रूपरेखा पर चर्चा।
- प्रजेंटेशन और चर्चा – हर विषय पर 4 मिनट का प्रजेंटेशन और चर्चा।
- युवा मिशन – रघुराज राजेंद्रन का वक्तव्य (तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास)।
- गरीब कल्याण – दीपाली रस्तोगी का प्रजेंटेशन (पंचायत और ग्रामीण विकास)।
- नारी सशक्तिकरण – रश्मि अरुण शमी का प्लान (महिला और बाल विकास विभाग)।
- किसान कल्याण – एम सेलवेंद्रन का प्रजेंटेशन (कृषि विकास)।
- मिशन की लांचिंग – चर्चा और योजना।
- अल्पाहार ब्रेक – छोटा ब्रेक।
- राष्ट्रीय मुख्य सचिव सम्मेलन प्रजेंटेशन – दिल्ली सम्मेलन पर चर्चा।
- नवकरणीय ऊर्जा और हरित अर्थव्यवस्था – मनु श्रीवास्तव का प्रजेंटेशन।
- शहरी विकास और रोजगार – संजय कुमार शुक्ला का वक्तव्य।
- मैन्युफैक्चरिंग और आर्थिक सुधार – राघवेंद्र सिंह का प्रजेंटेशन।
- हाई टी ब्रेक – छोटा ब्रेक।
- मुख्य सचिव का उद्बोधन – मुख्य सचिव का मार्गदर्शन।
- सीएम का समापन उद्बोधन – मंथन का समापन।

