
पश्चिमी विक्षोभ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के एक्टिव होने से प्रदेश समेत सागर के मौसम में बदलाव आया है। ठंडी हवा चलने से दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं आसमान में बादल छाए हुए हैं। बादलों के बीच धूप-छांव का दौर जारी है। 28 दिसंबर तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। शुक्रवार को मावठा गिर सकता है। इसके बाद मौसम साफ होगा और कड़ाके की सर्दी का दौर एक बार फिर शुरू होगा।
गुरुवार को सुबह से सागर में हल्का कोहरा छाया। आसमान में बादलों का डेरा रहा। दोपहर के समय बादलों की आवाजाही के बीच धूप-छांव का दौर जारी रहा। हवाएं चलने से वातावरण में हल्की ठंडक महसूस हुई। मौसम में आए बदलाव के कारण पिछले 24 घंटों में सागर में दिन के तापमान में 2.2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है।
वहीं रात का पारा 0.5 डिग्री लुढ़का है। सुबह से अधिकतम तापमान 25 डिग्री और न्यूनतम पारा 14.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, इस समय पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव है। बंगाल की खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया भी सक्रिय है। 26 दिसंबर की रात में एक और पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हो रहा है। इस कारण से प्रदेश में स्ट्रॉन्ग सिस्टम बनेगा।
बादल छंटते ही फिर कड़ाके की सर्दी पड़ेगी
सागर में इस बार मौसम का मिजाज बदला है। दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में कड़ाके की ठंड पड़ती है। लेकिन इस बार पहले ही पखवाड़े में ठंड रही। महीने के आखिरी दिनों में बारिश की एक्टिविटी रहेगी। 28 दिसंबर तक बारिश की संभावना बनी हुई है। जिसके बाद मौसम साफ होगा और ठंड एक बार फिर अपने तेवर दिखाएगी। जिसके बाद जनवरी माह में कड़ाके की सर्दी का दौर जारी रहेगा। वहीं इस समय मौसम के परिवर्तन से फसलों को नुकसान नहीं है।