
गुना में बोरवेल में गिरकर हुई बालक की मौत की घटना के बाद सागर जिला प्रशासन एक बार फिर एक्शन में है। कलेक्टर संदीप जीआर ने अधिकारियों की बैठक लेकर जिले में अनुपयोगी और खुले नलकूप, बोरवेल, ट्यूबवेल को तत्काल चिन्हित कर बंद कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी एसडीएम, सीएमओ, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यालय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे आवश्यक जांच कर कार्रवाई करें।
कलेक्टर ने खुले नलकूप, बोरवेल, ट्यूबवेल में छोटे बच्चों के गिरने से होने वाली घटनाओं को रोके जाने के संबंध में समीक्षा लेकर निर्देश दिए कि भूमिगत स्त्रोतों से जल प्राप्त करने के लिए नलकूपों का खनन कार्य विभिन्न प्रयोजनों जैसे सिंचाई, पेयजल व औद्योगिक कार्यों के लिए किया जाता है। नलकूप खनन के कार्य में जिन नलकूपों में जल आवक क्षमता प्राप्त नहीं होती है या कम प्राप्त होती है, उन नलकूपों में से कतिपय नलकूपों को संबंधित खनन एजेंसी, ठेकेदार या अन्य व्यक्तियों द्वारा सुरक्षित किए बिना ही खुला छोड़ दिया जाता है।
जिसके कारण इन नलकूपों में छोटे बच्चों के गिरने की घटनाएं व जन हानि होती है। ऐसे सभी स्थानों को चिन्हित कर नलकूपों, बोर को तत्काल बंद कराएं। उन्होंने कहा कि ग्राम सभाओं और नगरीय निकायों की बैठकों में भी इसका प्रचार-प्रसार किया जाए। ताकि नलकूप, बोरवेल कोई खुले न रखें।
कुएं के पास मुंडेर बनाएं, तत्काल कार्य शुरू कराएं
बैठक में कलेक्टर ने निर्देश देते हुए कहा कि कुएं या अन्य जल संरचना के पास मुंडेर अवश्य बनाएं। विशेष रूप से विद्यालयों के आसपास बने बिना मुंडेर के कुंओं पर मुंडेर बनाने का कार्य तत्काल शुरू किया जाए। जिससे किसी भी प्रकार की दुर्घटना व अनहोनी से बचा जा सके। यह कार्रवाई तत्काल प्रभाव से जिले में शुरू की जाए।