
जबलपुर के कोतवाली इलाके में रहने वाले प्रफुल्ल खटीक ने सिविल लाइन थाने में घोड़े की मौत को लेकर शिकायत दर्ज कराई है। प्रफुल्ल ने आरोप लगाया है कि उनके तीन साल के घोड़े को वेटरनरी हॉस्पिटल में दवाइयों का ओवर डोज दिया गया। जिसके चलते घोड़े की मौत हो गई। प्रफुल्ल की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
कोतवाली निवासी प्रफुल्ल खटीक ने बताया कि शुक्रवार को उसने तीन साल के घोड़े को केस्ट्रेशन (बधिया करण) करने के लिए वेटरनरी हॉस्पिटल लाया था। हॉस्पिटल लाने से पहले वह पूरी तरह से स्वस्थ था। डॉक्टर ने जब घोड़े का ऑपरेशन शुरू किया, तब भी वह पूरी तरह से ठीक था। प्रफुल्ल का आरोप है कि ऑपरेशन से पहले डॉक्टरों की टीम ने उसे अधिक मात्रा में एनेस्थीसिया का डोज दे दिया। उसे बेहोश करने के लिए बार-बार इंजेक्शन दिया जा रहा था। डॉक्टर से पूछा भी पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। आखिरकार उसकी मौत हो गई। प्रफुल्ल ने बताया कि शादी और अन्य कार्यक्रमों में घोड़ा उपलब्ध कराता है।
प्रफुल्ल की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सिविल लाइन थाना प्रभारी नेहरू खंड़ाते ने बताया कि कोतवाली निवासी युवक ने शिकायत दर्ज करवाई है। आरोप लगाया है कि डॉक्टरों की लापरवाही के चलते उसके घोड़े की जान गई है। जांच शुरू कर दी गई है। डॉक्टरों के भी बयान लिए जा रहे हैं।
