
जबलपुर पुलिस ने शनिवार रात गांजा तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दो लग्जरी कारों से करीब 66 किलो गांजा जब्त किया। पुलिस ने 3 महिलाओं समेत कुल 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जब्त किए गए गांजे की कीमत 14 लाख रुपए बताई जा रही है।
सभी आरोपी सिहोरा तहसील के रहने वाले हैं। वे उड़ीसा से गांजे की खेप लाकर कटंगी निवासी खिलावन लोधी को देने जा रहे थे। इस बीच पुलिस ने क्राइम ब्रांच और मझौली थाना पुलिस के साथ मिलकर सुहार नदी के पास इन आरोपियों को पकड़ लिया।
गांजा तस्कर गैंग की सरगना सत्यकला खरे है, जिसने अपनी गैंग में महिलाओं और पुरुषों को शामिल कर रखा था। सत्यकला और उसकी टीम अंतरराज्यीय गांजा तस्कर खिलावन लोधी के लिए काम करती थी। पुलिस अब अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
छत्तीसगढ़ से आ रही थी दोनों कार
शनिवार शाम क्राइम ब्रांच एएसपी प्रदीप शेंडे को सूचना मिली कि छत्तीसगढ़ पासिंग की दो कारों में बड़ी मात्रा में गांजा लाया जा रहा है। पुलिस को चकमा देने के लिए कार की अगली सीटों पर महिलाएं बैठी थीं
जानकारी मिलते ही एएसपी ने मझौली थाना प्रभारी के नेतृत्व में टीम बनाई। सुहार नदी के पास जब व्हाइट एक्सयूवी और स्विफ्ट कार दिखी, तो पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों कारों को रोक लिया।
पूछताछ में महिला ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ प्रयागराज कुंभ स्नान करने गई थी। पूछताछ में सत्यकला ने कार में बैठी महिलाओं को अपनी बहन और बेटी बताया, जबकि अन्य लोगों को रिश्तेदार।
जांच में एक्सयूवी 500 की डिक्की से 27 पैकेट और स्विफ्ट कार की डिक्की से 43 पैकेट गांजा बरामद हुआ। कुल 66 किलो 690 ग्राम गांजा, 6 मोबाइल और दोनों कारें जब्त की गईं।
कार में बैठे इन आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा
- सत्यकला खरे (48)
- कंचन ठाकुर (24)
- ममता बर्मन उर्फ मुन्नी (50)
- सौरभ खरे (22)
- सोनू बर्मन (22)
- लखन बर्मन (20)
- दीपक लोधी (21)
अब खिलावन लोधी की तलाश में पुलिस
पुलिस पूछताछ में सत्यकला ने बताया कि गांजा सुंदरगढ़, उड़ीसा से लाया गया था। रास्ते में कई जगह टोल नाका और पुलिस चेकिंग हुई, पर किसी ने नहीं रोका। महिला ने बताया कि यह खेप कटंगी निवासी खित्तू उर्फ खिलावन लोधी को दी जानी थी।
खिलावन की है दोनों कार
जानकारी के मुताबिक जिस कार में सवार होकर उड़ीसा से गांजे की खेप एमपी लाई गई थी, वह दोनों ही कारें तस्कर खिलावन सिंह लोधी की है, जो उसने दूसरों के नाम से खरीदी थी।
कुछ महीने पहले ही बरेला पुलिस ने खिलावन को करीब 70 किलो गांजा के साथ पकड़ा था। इसके साथ ही खिलावन की पत्नी और बेटा भी अवैध गांजा तस्करी में लिप्त है।
पूछताछ में सत्यकला ने बताया कि गांजा सप्लाई के लिए खिलावन ही उनको पैसा दिया करता था। उसके पास 30 हजार से लेकर 10 हजार रुपए तक में कर्मचारी काम किया करते है। गांजा की पूरी बुकिंग पहले फोन पर होती है और फिर जबलपुर से अलग-अलग रास्ते से उड़ीसा, छत्तीसगढ़ गांजा की डिलीवरी के लिए खिलावन भेजा करता है।
ये पुलिसकर्मी रहे तैनात
एएसपी क्राइम प्रदीप शेंडे, एएसपी सूर्यकांत शर्मा के निर्देश पर मझौली थाना प्रभारी जेपी द्विवेदी के साथ आरोपियों को अवैध गांजा के साथ रंगे हाथ पकड़ने में उप निरीक्षक अमित मिश्रा, रचना पाण्डे, सहायक उप निरीक्षक रामसनेही पटेल, प्रधान आरक्षक अमित शुक्ला, आरक्षक छन्नूलाल, मनोज और क्राइम ब्रांच के सहायक उप निरीक्षक नरेश पासी, प्रधान आरक्षक अमित पटेल राजेश पाण्डे, अखिलेश पाण्डे, रूस्तम अली, साइबर सेल के उप निरीक्षक कपूर सिंह, आरक्षक दुर्गेश भी मौजूद रहे।
