
जबलपुर नगर निगम में कांग्रेस पार्षद दल ने पार्षद मद की राशि न मिलने को लेकर महापौर कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया। वर्ष 2024-25 के लिए नगर निगम द्वारा प्रत्येक पार्षद का मद बढ़ाकर 90 लाख रुपए कर दिया गया था, लेकिन बीते 10 महीनों में पार्षदों को मात्र 30 लाख रुपए ही मिले हैं।
कांग्रेस पार्षद दल का कहना है कि महापौर और सत्ताधारी दल विकास के लिए धन की कमी न होने का दावा करते हैं, लेकिन वास्तविकता कुछ और ही है। अब जबकि वित्तीय वर्ष में केवल ढाई महीने शेष हैं, शेष 60 लाख रुपए के विकास कार्य कैसे पूरे होंगे, यह बड़ा सवाल है। पार्षदों ने चेतावनी दी है कि जब तक निगम प्रशासन लिखित में राशि जारी करने का आश्वासन नहीं देता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
धरने पर बैठे पार्षदों का आरोप है कि पार्षद मद की राशि नहीं मिलने से वार्डों में विकास कार्य अधूरे पड़े हैं, जिससे आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। महापौर और निगमायुक्त की उदासीनता के कारण पार्षद दल ने आमरण अनशन तक की चेतावनी दे दी है। पार्षदों की मांग है कि शेष राशि तत्काल जारी की जाए ताकि वार्डों में रुके हुए विकास कार्य पूरे किए जा सकें।