
23 जनवरी को जबलपुर के घाट फेस्टिवल में मशहूर अभिनेता-काॅमेडियन सुनील ग्रोवर और गायक पीयूष मिश्रा का आगमन तो हुआ, लेकिन जब वे कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए तो घंटों इंतजार कर रही जनता का सब्र जवाब दे गया। इसके बाद कार्यक्रम स्थल पर जमकर हंगामा हुआ।
कार्यक्रम में लाखों रुपए खर्च करने के बाद इसे रद्द कर दिया गया, जिससे भीड़ और ज्यादा नाराज हो गई और उसने तोड़फोड़ शुरू कर दी। भीड़ ने कार्यक्रम स्थल पर रखे सामान को तहस-नहस कर दिया। हंगामे की सूचना मिलते ही तिलवारा और भेड़ाघाट थाना पुलिस रात दो बजे मौके पर पहुंची और लोगों को समझाकर शांत किया।
जानकारी के अनुसार, यह कार्यक्रम जबलपुर के गंगा नगर निवासी राहुल मिश्रा ने आयोजित किया था। पुलिस ने शुक्रवार सुबह उसे गिरफ्तार कर लिया है।
23 जनवरी को जबलपुर के घाट फेस्टिवल में अभिनेता सुनील ग्रोवर और गायक पीयूष मिश्रा के आने की घोषणा के बाद आयोजक राहुल मिश्रा ने सोशल मीडिया और पोस्टर के जरिए शहरवासियों को बुलाया। टिकटों की कीमत 1500 से 3000 रुपए थी। कार्यक्रम के लिए मंच और म्यूजिक बैंड भी तैयार किए गए थे।
लेकिन शाम को दोनों कलाकार होटल में पहुंचे, जहां पैसे के लेनदेन को लेकर आयोजक और कलाकारों के बीच विवाद हो गया। इसके बाद दोनों कलाकार होटल के कमरे में बंद हो गए और मंच पर नहीं पहुंचे।
आयोजक ने दोनों कलाकारों को टोकन मनी दी थी और बाकी पैसे कार्यक्रम के पहले देने की बात हुई थी। लेकिन जब दोनों कलाकारों ने बाकी पैसे मांगे तो कहासुनी हुई और वे बिना कार्यक्रम किए सुबह मुंबई लौट गए।
जब आयोजक राहुल मिश्रा ने कार्यक्रम रद्द होने की जानकारी दी, तो भीड़ आक्रोशित हो गई और तोड़फोड़ शुरू कर दी।
तिलवारा थाना प्रभारी बृजेश मिश्रा ने बताया कि घाट फेस्टिवल के दौरान भेड़ाघाट थाना क्षेत्र में हंगामा होने की जानकारी मिली। इसके बाद तुरंत संबंधित थाना पुलिस को सूचित किया गया और मौके पर पहुंचकर भीड़ को शांत किया गया।
मौजूद लोगों ने पुलिस को बताया कि उनसे पैसे लिए गए, घंटों इंतजार करवाया गया, और फिर कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। पुलिस के पहुंचने से पहले ही आयोजक राहुल मिश्रा मौके से फरार हो गए थे, लेकिन उन्हें शुक्रवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया है।

