
मंगलवार 4 फरवरी को नर्मदा प्राकट्योत्सव के मौके पर गौरी घाट पर जमकर आतिशबाजी की गई, जबकि प्रशासन ने नर्मदा घाट के आसपास आतिशबाजी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया था।
आतिशबाजी का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद आखिरकार कलेक्टर के निर्देश पर गौरीघाट थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस अब उन लोगों की तलाश में जुटी हुई है जिन लोगों ने घाट पर आतिशबाजी की थी।
मंगलवार को नर्मदा जयंती के दौरान गौरीघाट पर हजारों लोग जुटे थे। शाम को जब महाआरती हुई तब घाट पर जमकर आतिशबाजी की गई। सोशल मीडिया में आतिशबाजी का वीडियो सामने आने पर कलेक्टर और एसपी संज्ञान लिया। गोरखपुर तहसीलदार राजेश मिश्रा ने गौरीघाट थाने पर अज्ञात लोगों के खिलाफ इस मामले में शिकायत दर्ज करवाई।
तहसीलदार के अनुसार रात करीब 8 से 12 के बीच अज्ञात लोगों ने घाट पर जमकर आतिशबाजी की। यह भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 का उल्लंघन है। कलेक्टर के निर्देश पर नर्मदा प्रकट उत्सव के लिए 3 से 5 फरवरी तक घाट पर आतिशबाजी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया था। इसके चलते अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
गौरीघाट थाना प्रभारी का कहना है कि कलेक्टर के निर्देश पर तहसीलदार राजेश मिश्रा के द्वारा अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है, यह वह लोग हैं जिन्होंने की नर्मदा प्रकट उत्सव पर कलेक्टर के आदेश का उल्लंघन किया था और जमकर आतिशबाजी भी की थी। अब अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के बाद उनकी तलाश शुरू की गई है जल्दी इनकी गिरफ्तारी भी की जाएगी।