
बीना रिफाइनरी के विस्तार कार्य के दौरान ग्रामीण क्षेत्र की बुनियादी संरचना को गंभीर नुकसान पहुंच रहा है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाई गई 8 टन क्षमता वाली सड़कों पर 80 टन तक के भारी वाहनों का आवागमन जारी है, जिसके कारण गारंटी अवधि में ही सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
रिफाइनरी के आसपास भांकरई, नेहरोन, मुड़री, बिल्धई, मनमती, हड़कल, पार और आगासौद सहित अनेक गांवों की सड़कों की स्थिति खराब हो चुकी है। मध्य प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण ने इस मामले में कलेक्टर, एसडीएम और रिफाइनरी प्रबंधन को पत्र लिखा है। पुलिस से भी सहायता मांगी गई है, लेकिन अभी तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है।
प्राधिकरण ने भारी वाहनों की निगरानी के लिए मुड़री और मनमती गांवों के मंदिरों और मकानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। हालांकि, कंपनियां इन कैमरों से बचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग कर रही हैं। इससे पहले, स्थानीय ग्रामीणों ने तहसील में प्रदर्शन कर भारी वाहनों की आवाजाही रोकने की मांग की थी।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के महाप्रबंधक राहुल पाटीदार ने बताया कि उन्होंने रिफाइनरी प्रबंधन और प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिखकर ग्रामीण सड़कों पर भारी वाहनों की आवाजाही रोकने का आग्रह किया है। वहीं, बीपीएल बीना रिफाइनरी के एचआर हेड शिरीष चांदेकर ने काम पूरा होने के बाद क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत का आश्वासन दिया है।
