
एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने मध्यप्रदेश पुलिस और स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स के साथ मिलकर एक अंतरराज्यीय तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो गांजा और वन्यजीवों के अंगों की तस्करी कर रहा था। इस गिरोह के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके पास से 940 किलो गांजा, 52 बम और 8 धारदार चाकू बरामद हुए हैं।
एसटीएफ की जांच में यह सामने आया कि इस गिरोह के सदस्य वर्षों से गांजा और वन्य प्राणियों के अंगों की तस्करी कर रहे थे। इन आरोपियों के बैंक खातों की जांच के दौरान पता चला कि इन खातों में 30 से 40 लाख रुपए जमा थे, जो असम, बंगाल और महाराष्ट्र से भेजे गए थे। यह रकम मुख्य रूप से गांजे की सप्लाई के बाद इन खातों में आई थी।
गैंग के सदस्य अपने खाते में पैसे निकालने के लिए चेक का इस्तेमाल करते थे, क्योंकि वे कम पढ़े-लिखे थे और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने में सक्षम नहीं थे। एसटीएफ ने 12 से 15 बैंक खातों को सीज किया है, जो विभिन्न नामों से खोले गए थे। इनमें से कुछ खातें डिंडौरी और कटनी के थे।
एसटीएफ ने यह भी पाया कि आरोपियों ने मोबाइल पर वीडियो कॉल का इस्तेमाल किया था, ताकि पुलिस उनकी लोकेशन न ट्रैक कर सके। उन्होंने अपने परिचितों के नंबर इमोजी के रूप में सेव किए थे।
एसटीएफ की जांच से यह भी सामने आया कि इस गिरोह के सदस्य उड़ीसा से छत्तीसगढ़ और फिर मध्यप्रदेश के सीमावर्ती इलाकों के जंगलों में गांजे की खेप लेकर आते थे। इसके बाद वे इन ड्रग्स को इन जंगलों में छिपा देते थे और मोटरसाइकिल या फोर व्हीलर के जरिए सप्लाई करते थे।
गिरोह के गिरफ्तार आरोपियों से अब तक 4 करोड़ रुपए का मशरुका बरामद हुआ है, जिसमें गांजा, बम और चाकू शामिल हैं। एसटीएफ ने इस गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश में कार्रवाई तेज कर दी है और आरोपियों को अदालत से रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
एसटीएफ की पांच टीमों ने पिछले 10 दिनों से जबलपुर, कटनी, मंडला और डिंडौरी के जंगलों में सर्चिंग ऑपरेशन चलाया था, जिसके बाद इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। एसटीएफ ने डिंडौरी के वन ग्राम पड़रिया साकल में छापेमारी की थी, जहां से 940 किलो गांजा, बम और धारदार हथियार बरामद किए गए। एसटीएफ के अधिकारियों का कहना है कि यह गिरोह पूरी तरह से संगठित था और जंगली इलाकों में अपना काम चला रहा था।
पुलिस को अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचने के लिए जांच और सर्चिंग अभियान जारी रखने की योजना है।