
छतरपुर जिले में मंगलवार को हुई जनसुनवाई में अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। सुबह 11 बजे से शुरू होने वाली जनसुनवाई में अधिकारियों के देरी से पहुंचने के कारण आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ा।
जिला पंचायत सभा कक्ष में आयोजित इस जनसुनवाई में अपर कलेक्टर आयुष जैन 11:09 बजे पहुंचे और शिकायतें सुनना शुरू किया। जिला पंचायत सीईओ तपस्या सिंह परिहार तो 11:34 बजे तक नहीं पहुंची थीं। इसके बाद ही तहसील स्तर के अधिकारियों को वर्चुअल निर्देश देने की प्रक्रिया शुरू की गई।
परेशान होते रहे लोग
70 किलोमीटर दूर से आए शंकर मिश्रा ने बताया कि वह अपने बेटे के आधार कार्ड में हुई गलती की शिकायत लेकर आए थे, उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ा। हर मंगलवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक चलने वाली इस जनसुनवाई में जिले की विभिन्न तहसीलों से सैकड़ों लोग अपनी शिकायतें लेकर आते हैं।
कलेक्टर ने कही कार्रवाई की बात
मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने देरी से आने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जाएगी और देर से आने वाले अधिकारियों को नोटिस जारी किया जाएगा।
जब इस मामले में जिला पंचायत सीईओ से संपर्क करने का प्रयास किया गया, तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।

