
रीवा में माघ पूर्णिमा के शाही स्नान के 1 दिन पहले प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं की तादाद बढ़ने से सड़कों पर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। आज यहां 70 किलोमीटर के एरिया के बीच में जगह जगह पर जाम और स्लो मूविंग ट्रैफिक की स्थित बनी हुई है।
जहां रीवा के रायपुर कर्चुलियान से लेकर गंगेव, चाकघाट और सोहागी पहाड़ी पर कई किलोमीटर तक केवल गाड़ियां ही गाड़ियां नजर आ रही हैं। ऐसे में कई जगह पर जाम की स्थिति बनी है, जिसे प्रशासन खुलवाने की कवायत कर रहा है। वहीं कई जगहों पर स्लो मूविंग ट्रैफिक से श्रद्धालु और यात्री परेशान हैं। इस जाम में लगभग 5 हजार गाड़ियां फंसी है।
जानकारी के मुताबिक मौनी अमावस्या के बाद एक बार फिर पांचवें शाही स्नान यानी 12 फरवरी के पहले श्रद्धालुओं की भीड़ रीवा-प्रयाग मार्ग पर शनिवार से ही देखे जा रही है। जहां रविवार और सोमवार को भी कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया था।
इस पॉइंट्स पर जाम के हालात
1) रायपुर कर्चुलियान
2) मनगवां
3) गंगेव
4) चाकघाट
5) सोहागी पहाड़ी
6) सिरमौर रोड
5 हजार गाड़ियां ट्रैफिक में फंसी
बुधवार को ही पांचवा शाही स्नान है, ऐसे में मंगलवार को सड़कें एक बार फिर गाड़ियों से पट गई है। जानकारी के मुताबिक सुबह 7 बजे से अब तक रीवा के चोरहटा बाइपास से लेकर सोहागी पहाड़ी के बीच तकरीबन 5000 से अधिक गाड़ियां प्रयागराज की सीमा में प्रवेश करने के लिए जाम और स्लो मूविंग ट्रैफिक से होकर गुजर रही हैं।
इसलिए उत्तर प्रदेश और प्रयागराज पुलिस लगातार रीवा पुलिस से को ऑपरेट कर श्रद्धालुओं को रीवा की सीमा में होल्ड करने की गुजारिश कर रही है। ताकि प्रयाग में भगदड़ जैसी स्थिति निर्मित ना हो। जब तक उन लोगों को होल्ड किया जाता है, तब तक उतनी ही और गाड़ियां पहुंच जाती हैं।
उधर पूरी स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव सोमवार शाम डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला और रीवा सतना और आसपास के जिलों के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश भी दे चुके हैं।
पूरे मामले में डीआईजी साकेत पांडे ने बताया कि पांचवे शाही स्नान की वजह से कई प्रदेशों से आने वाले श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचना चाहते हैं। जिस वजह से श्रद्धालुओं के भीड़ उमड़ रही है। लेकिन पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। सभी की सुविधाओं का ध्यान रखा जा रहा है। लगातार व्यवस्था बनाई जा रही है।