
रीवा के रहने वाले बुजुर्ग भारत की ओर से मास्टर्स टेनिस टूर्नामेंट खेलने फ्लोरिडा जाएंगे। भारत से चयन में उनकी दूसरी रैंकिंग है। वे विश्व में 110 नंबर के खिलाड़ी हैं। बताया गया कि पिछले लगातार 9 आईटीएफ मास्टर टूर्नामेंट जीतने का रिकॉर्ड भी उनके नाम पर है। जहां 65 साल की उम्र में भी बुजुर्ग का टेनिस खेलने का जज्बा बरकरार है।
जानकारी के मुताबिक, रीवा के ओपी दीक्षित आईटीएफ मास्टर्स टेनिस टूर्नामेंट खेलने अमेरिका के फ्लोरिडा जाएंगे। वे सिंगल्स में विश्व में 110 वें नंबर और डबल्स में विश्व में 48 वें नंबर के खिलाड़ी हैं। आईटीएफ मास्टर टेनिस टूर्नामेंट प्रतियोगिता 11 मई से 16 मई तक खेली जाएगी।
बुधवार को चार सदस्ययी टीम का ऐलान हुआ है, जिसमें ओपी दीक्षित का नाम भी शामिल है। ओपी दीक्षित ने बताया कि उनके पास भारत में नौ बार लगातार आईटीएफ मास्टर्स टूर्नामेंट जीतने का रिकॉर्ड भी है। उन्होंने बताया कि मैंने 35 साल की उम्र में टेनिस का बल्ला थामा था। देखते ही देखते मास्टर टेनिस खेलने वाले खिलाड़ियों में शामिल हो गया। मेरे साथ ये देश के लिए, प्रदेश के लिए, रीवा के लिए एक बड़ी उपलब्धि थी।
पहली बार में ही हुआ सिलेक्शन
ओपी दीक्षित का जन्म 4 जुलाई 1959 को रीवा में हुआ। खजुआ से आठवीं तक की पढ़ाई की। लाल गांव में 11वीं की परीक्षा पास की। आगे पढ़ने के लिए रीवा के साइंस कॉलेज पहुंच गए। यहां से बीएससी, एमएससी करने के बाद इसी कॉलेज में टीचर हो गए। 1986 में सिलेक्शन फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री सागर में हो गया। तब से वहीं पर पदस्थ रहे, वहीं से रिटायर हुए। 1993 में इंदौर में अपनी पदस्थापना के दौरान टेनिस का बल्ला थामा। 2000 में पहली बार ही सिलेक्शन में पहुंच गए और उनका सिलेक्शन हो गया। 5 साल लगातार देश का प्रतिष्ठित टेनिस का टूर्नामेंट जीतने की वजह से भारत सरकार ने उनको पांच इंक्रीमेंट भी दिए, जो काफी बड़ी बात थी।
ओपी दीक्षित अपने टेनिस के कैरियर में कई उपलब्धि हासिल करने वाले खिलाड़ी रहे। एशिया पेसिफिक मास्टर टेनिस ऑस्ट्रेलिया मेलबर्न में दो सिल्वर, एक ब्रांच भी जीता। एक बार ऑस्ट्रेलिया में वर्ल्ड मास्टर गेम्स में भाग लेने मेलबर्न में गए हुए थे। वहां उनके साथ एक हादसा भी हो गया। उनको उम्मीद नहीं थी, वह आगे तक जा सकते हैं। इसके चलते उन्होंने पहले का टिकट ले लिया था, लेकिन ओपी दीक्षित सेमीफाइनल में पहुंच गए। अब उनको यह तय करना था कि वह सेमीफाइनल खेले या भारत लौट जाए, क्योंकि अगली टिकट जल्दी मिलने वाली नहीं थी, पैसे भी बहुत लगाते थे। उन्होंने फाइनल खेलने की जगह वापस भारत आना बेहतर समझा। चार लोगों में दिल्ली के अजीत भारद्वाज का नाम है, रीवा के ओपी दीक्षित का नाम है। ललित शर्मा जयपुर से हैं और राकेश कोहली मेरठ भी शामिल हैं।