
घमापुर में स्थानीय लोगों की शिकायत पर जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना के निर्देश पर प्रशासनिक अधिकारियों ने 6 फरवरी को पुलिस के साथ मिलकर घमापुर चौक स्थित मलिक एसोसिएट्स शॉप पर छापा मारा।
इस दौरान बड़ी मात्रा में मूल निवासी-जाति प्रमाण पत्र जैसे फर्जी दस्तावेज जब्त किए गए। एडीएम रांझी और आधारताल ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की, हालांकि छापेमारी के समय एसोसिएट का मालिक मौके पर नहीं मिला, जिसके बाद दस्तावेजों को दुकान में ही रखकर दुकान को सील कर दिया गया।
9 फरवरी को घमापुर निवासी और दुकान का मालिक जुबेर मलिक मंसूरी प्रशासन द्वारा सील की गई दुकान पर पहुंचा और चोरी-छिपे खिड़की के जरिए अंदर घुसकर जब्त किए गए दस्तावेजों को लेकर फरार हो गया।
जानकारी मिलते ही एसडीएम रांझी और आधारताल तहसीलदार मौके पर पहुंचे और देखा कि दुकान के पीछे की खिड़की से अंदर घुसकर दस्तावेज निकाले गए हैं। इसके बाद एसडीएम ने कलेक्टर को घटना की जानकारी दी, जिसके आधार पर दुकान संचालक के खिलाफ बेलबाग थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई। पुलिस ने बताया कि जल्द ही दुकान मालिक और उसके कर्मचारी को गिरफ्तार किया जाएगा।
दुकान पर बनाए जाते थे फर्जी आय-जाति और मूल निवासी प्रमाण पत्र
जुबेर मलिक मंसूरी की दुकान में लंबे समय से फर्जी आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र और जन्म प्रमाण पत्र सहित अन्य सरकारी दस्तावेज बनाए जा रहे थे। कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम जी.एस. मरावी और पंकज मिश्रा की टीम ने छापा मारकर मलिक एसोसिएट्स से बड़ी संख्या में फर्जी सरकारी दस्तावेज जब्त किए थे।
जांच में पाया गया कि इसके लिए लोगों से निर्धारित फीस लेकर दस्तावेज तैयार किए जाते थे। शिकायतों के आधार पर आधारताल और रांझी एसडीएम की संयुक्त टीम ने इस संस्थान पर छापा मारा, जिसमें कई अवैध दस्तावेज बरामद हुए। यह स्पष्ट हुआ कि यहां अवैध रूप से सरकारी कागजात तैयार किए जा रहे थे।
प्रशासन मामले की विस्तृत जांच कर रहा है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।