
सागर स्मार्ट सिटी के तहत शहर के मुख्य चौराहों पर स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम लगाया गया है। यह सिस्टम लोगों को यातायात नियमों के बारे में जागरूक करता है। साथ ही नियम तोड़ने वालों की पहचान भी करता है।लेकिन कई लोग अब भी यातायात नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर ई-चालान की कार्रवाई की जा रही है। कुछ वाहन चालक चालान से बचने के लिए नई तरकीब निकाल रहे हैं। वे अपनी गाड़ियों की नंबर प्लेट में बदलाव कर रहे हैं। ऐसा करके वे कैमरों की नजर से बचना चाहते हैं।
कुछ वाहन चालक अपने वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर में से एक नंबर को बदल देते हैं तो कुछ नंबर प्लेट का आकार बदलकर छिपाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा नंबर प्लेट का एक अंक छिपाते हैं, नंबर पर टेप भी लगा रहे हैं। वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर में से एक नंबर या सीरीज अक्षरों को बदलने से उक्त वाहन डबल नंबर प्लेट वाहनों की श्रेणी में आ जाता है जो कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है।
नंबर से छेड़छाड़ की तो अब होगी FIR
स्मार्ट सिटी के कमांड सेंटर ने नंबर प्लेट बदलने वालों को पकड़ना शुरू कर दिया है। स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम की मदद से 200 ऐसे वाहन चालकों की पहचान की गई है। इन सभी ने अपनी गाड़ियों की नंबर प्लेट में बदलाव किया था। कमांड सेंटर में बैठे विशेषज्ञों ने आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया। इससे वाहनों के असली रजिस्ट्रेशन नंबर का पता लगाया गया। सभी पकड़े गए वाहन चालकों पर चालान की कार्रवाई की गई है।
साथ ही उन्हें समझाइश दी गई है कि आगे से वाहन की नंबर प्लेट से छेड़छाड़ की तो वाहन मालिक पर एफआईआर और वाहन जब्ती की कार्रवाई की जा सकती है। कलेक्टर व सह अध्यक्ष सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड संदीप जीआर ने बाइक चालकों से हेलमेट लगाने, तीन सवारी बैठाकर यात्रा न करने, चार पहिया वाहन चालकों से सीट बेल्ट लगाने और चौराहों पर लगे ट्रैफिक सिग्नलों का पालन करने की अपील की है।