
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 24 और 25 फरवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जाएगा, जिसमें न सिर्फ देश बल्कि विदेशों से भी उद्योगपति शामिल होंगे। इस समिट में केंद्रीय सुरक्षा संस्थान व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर (VFJ) द्वारा निर्मित आधुनिक व्हीकल भी अपनी तकनीक और शक्ति का प्रदर्शन करेंगी।
मॉडिफाई माइंस प्रोटेक्टिव व्हीकल बनेगी आकर्षण का केंद्र
VFJ द्वारा बनाई गई मॉडिफाई माइंस प्रोटेक्टिव व्हीकल (MPV) इस समिट का मुख्य आकर्षण होगी। यह वाहन आतंकवाद और नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों को विस्फोटक हमलों से बचाने में कारगर साबित होगी। जंगलों में होने वाले आईईडी धमाकों और अन्य घातक हमलों के प्रभाव को कम करने के लिए यह वाहन विशेष रूप से डिजाइन की गई है।
इस समिट में VFJ के अलावा कई अन्य औद्योगिक और तकनीकी संस्थान अपनी नवीनतम तकनीक और नवाचारों का प्रदर्शन करेंगे। उद्योगपतियों के साथ निवेश के नए अवसरों पर चर्चा होगी, जिससे प्रदेश में औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
ग्लोबल समिट में क्यों शामिल हुआ माइंस प्रोटेक्टिव व्हीकल (MPV)?
व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर (VFJ) द्वारा निर्मित माइंस प्रोटेक्टिव व्हीकल (MPV) भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में अपनी ताकत और तकनीक का प्रदर्शन करेगा। इसकी बेजोड़ विशेषताओं के कारण इसे इस समिट में शामिल किया गया है।
MPV की खासियत:
- 1500 किलो विस्फोटक झेलने की क्षमता
VFJ के जनरल मैनेजर संजीव कुमार ने बताया कि इस वाहन को तैयार करने में लगभग तीन साल लगे हैं। यह इतना मजबूत है कि यदि 1500 किलो विस्फोटक के ऊपर से भी गुजर जाए, तो भी इसमें बैठे जवान सुरक्षित रहेंगे। इसमें स्पेशल ब्लास्ट प्रोटेक्शन शीट्स लगाई गई हैं, जिससे विस्फोट के बाद भी वाहन को नुकसान नहीं होता।
- 35 सेकेंड में 45 किमी की स्पीड
इस वाहन में 15 से अधिक सैनिकों के बैठने की सुविधा है। यह पूरी तरह एयर कंडीशंड है और 35 सेकेंड में 0 से 45 किमी प्रति घंटे की गति पकड़ सकता है। इसकी अधिकतम रफ्तार 85 किमी प्रति घंटा है। इसमें 260 एचपी का हैवी इंजन लगाया गया है, और इसके 6 पहिए स्टीयरिंग से जुड़े हैं, जिससे यह कठिन इलाकों में भी आसानी से चल सकता है।
- जवाबी हमले के लिए गन पोर्ट्स
MPV में 360-डिग्री रियर व्यू कैमरा लगा है, जिससे सैनिक अंदर बैठे-बैठे ही चारों ओर निगरानी रख सकते हैं। इसमें ऊपर निकलने के लिए हैच मौजूद हैं और जवाबी कार्रवाई के लिए गन पोर्ट्स दिए गए हैं, जिससे सैनिक बिना वाहन से बाहर निकले ही हमला कर सकते हैं।
- HD नाइट विजन से लैस
संजीव कुमार के अनुसार, यह सेना का पहला वाहन है, जिसमें HD नाइट विजन कैमरा लगा है। इसके चारों ओर रिमोट से ऑपरेट होने वाली लाइट्स भी लगी हैं, जिससे घने अंधेरे में भी दुश्मनों की हरकतों पर नजर रखी जा सके।
- ट्यूबलैस और बुलेटप्रूफ टायर
इसकी सीटें जवानों को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करती हैं। इसके टायर ट्यूबलैस और बुलेटप्रूफ हैं, जिससे गोली लगने के बावजूद यह वाहन 50 से 60 किलोमीटर तक चल सकता है। यह पूरी तरह से गोलीबारी से सुरक्षित है।
पूरी तरह ‘मेक इन इंडिया’ वाहन
VFJ जबलपुर वर्षों से भारतीय सेना को भारी वाहन उपलब्ध करा रहा है। यह MPV पूरी तरह ‘मेक इन इंडिया’ के तहत बनाया गया है। जल्द ही पड़ोसी देशों से इसके ऑर्डर मिलने की उम्मीद है। भारतीय सेना के पास अभी तक MPV 4X4 था, जिसे अपग्रेड कर MPV 6X6 बनाया गया है।
18,000 फीट ऊंचाई पर सफल परीक्षण
हाल ही में इस वाहन का परीक्षण हिमालय की 18 हजार फीट ऊंची चोटी पर किया गया। VFJ के सीनियर ड्राइवर ने इसे जबलपुर से हिमालय तक चलाकर परीक्षण किया, जो पूरी तरह सफल रहा। कठिन परिस्थितियों में यह वाहन बिना क्रेन के खुद को बाहर निकाल सकता है, क्योंकि इसमें सेल्फ-रिकवरी सिस्टम लगाया गया है।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में MPV के प्रदर्शन से भारत की सैन्य ताकत और स्वदेशी रक्षा उत्पादन की क्षमता का प्रदर्शन होगा।

