
पन्ना जिले की आदिवासी बहुल ग्राम पंचायत मकरी कुठार में मनरेगा घोटाले का मामला सामने आया है। मंगलवार को 50 से अधिक ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने सरपंच, सचिव और उपयंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए।
ग्रामीणों का आरोप है कि मनरेगा के कामों में मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे स्थानीय मजदूरों को रोजगार नहीं मिल रहा। वे दूसरे राज्यों में मजदूरी करने जाने को मजबूर हैं।
ग्राम पंचायत में विधायक निधि से ककरहा मजरे में तालाब गहरीकरण के लिए 10 लाख रुपए मंजूर किए गए थे। सरपंच लल्लू आदिवासी और सचिव रामकिशोर मिश्रा ने उपयंत्री की मिलीभगत से जेसीबी और ट्रैक्टर से काम कराया। तालाब का गहरीकरण सिर्फ कागजों में दिखाया गया।
पुलिया निर्माण में भी अनियमितता की गई। घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया। बिना बेस के पत्थर का फ्रेम बनाकर सीमेंट और गिट्टी से लीपापोती कर दी गई। इसके फर्जी बिल बनाकर लाखों रुपए निकाल लिए गए।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी उमराव मरावी ने कहा कि ग्राम पंचायत में स्वीकृत कार्यों की जांच कराई जाएगी। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
