
दमोह नगर पालिका की मंगलवार को आयोजित परिषद की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। बैठक में स्लॉटर हाउस का मुद्दा उठते ही माहौल गरमा गया। सांसद प्रतिनिधि यशपाल ठाकुर ने कहा कि दमोह में किसी भी कीमत पर स्लॉटर हाउस की अनुमति नहीं दी जाएगी।
सीएमओ प्रदीप शर्मा ने पहले ही स्पष्ट किया था कि उन्होंने हाईकोर्ट में इस पर असहमति जताई है। हालांकि हाईकोर्ट के आदेश पर इसका फैसला परिषद में होना था। कुछ पार्षदों ने आरोप लगाया कि नगर पालिका स्लॉटर हाउस को अनुमति देना चाहती है।
स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने किया बीच-बचाव
विवाद तब और बढ़ गया जब नेता प्रतिपक्ष पार्षद विजय जैन ने कर्मचारी जितेंद्र राय के हाथ से बैठक की प्रोसिडिंग रजिस्टर छीनने का प्रयास किया। इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष मंजू राय के बेटे शिवम राय और पति वीरू राय भी वहां पहुंच गए। मौके पर तैनात पुलिस ने बीच-बचाव कर स्थिति को नियंत्रित किया।
नेता प्रतिपक्ष बोले- अध्यक्ष बैठक का रजिस्टर साथ ले जा रहीं थीं
नेता प्रतिपक्ष विजय जैन का कहना है कि अध्यक्ष बैठक का रजिस्टर को अपने साथ ले जाना चाहती थी, जबकि हमारा कहना था कि स्थगित की गई है बैठक की जानकारी वहीं पर रजिस्टर में दर्ज की जाए। लेकिन वह नहीं मान रही थी। इसलिए हमने रजिस्टर को ले जाने के लिए विरोध किया था। बाद में सीएमओ शर्मा अध्यक्ष से रजिस्टर लेकर आए और एसडीएम आरएल बागरी के समक्ष बैठक के स्थगन की जानकारी दर्ज कराई गई।
गहमागहमी के चलते बैठक रद्द
कुछ पार्षदों ने विशेष सम्मेलन की मांग की थी। उनका कहना था कि मार्च में होने वाली बजट बैठक को परिषद की बैठक के बहाने आयोजित किया जा रहा है। पार्षदों ने जनहित के मुद्दों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए बैठक का विरोध किया। हंगामे की आशंका को देखते हुए सीएसपी अभिषेक तिवारी सहित कोतवाली पुलिस का बल पहले से ही मौके पर तैनात था। लंबे समय तक चले हंगामे के बाद अध्यक्ष ने बैठक स्थगित कर दी।
